पिडारी ग्लेशियर की यात्रा को अभी करना होगा इंतजार
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बावजूद पर्यटकों के लिए अब राज्य में कोई रोक-टोक नहीं है।
जासं, बागेश्वर : कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बावजूद पर्यटकों के लिए अब राज्य में किसी प्रकार की कोई रोक-टोक नहीं है। सरकार ने देवभूमि में पर्यटकों का स्वागत करने का भी निर्णय लिया है। लेकिन बारिश के बाद सड़कों की स्थिति जर्जर बनी हुई है। साहसिक पर्यटकों के लिए अभी द्वावली में पुल का निर्माण नहीं हो सका है। इससे पर्यटकों को अभी पिडारी और कफनी ग्लेशियरों की यात्रा करने को इंतजार करना होगा। प्रकृति ने जिले का भरपूर श्रृंगार किया है। पिडारी, कफनी ग्लेशियर के अलावा सुंदरढूंगा घाटी साहसिक पर्यटन के लिए पर्यटकों का लंबे समय से इंतजार कर रही है। सितंबर से गतिविधियां तेज हो जाती हैं। इस बार कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण अभी वीरानगी है। वहीं, राज्य सरकार के अनुसार पर्यटकों के लिए अब किसी प्रकार की रोक-टोक नहीं है। पर्यटक यदि यहां पहुंचते हैं तो वे गगन छूंते पहाड़, मनभावन नदियां, सुंदर घाटियां, प्रसिद्ध मंदिर और रोमांचकारी गतिविधियों का लाभ ले सकते हैं। लेकिन बारिश के बाद सड़कों का अभी बुरा हाल है। कौसानी-बागेश्वर मोटर मार्ग पर गड्ढ़े बने हुए हैं। पिडारी ग्लेशियर को जोड़ने वाले अधिकतर मार्ग आवाजाही के लिए मुफीद नहीं हैं। पिडर नदी में द्ववाली के समीप पुल का निर्माण अभी नहीं हो सका है। जिले के अंतिम गांव खाती निवासी यामू सिंह ने कहा कि बारिश के कारण द्ववाली में अस्थायी पुल बह गया था, जो अभी तक नहीं बना है। इधर, जिला पर्यटन अधिकारी ने कहा कि पर्यटन गतिविधियां शीघ्र शुरू होने जा रही हैं। संबंधित विभाग सड़क, पुल आदि का निर्माण करने में जुटे हुए हैं।