अतिवृष्टि से किसरौली गांव में एक मकान क्षतिग्रस्त

बागेश्वर जिले में रुक-रुक बारिश हो रही है। किसरौली गांव में अतिवृष्टि से एक आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। कपकोट तहसील के कर्मी सरन बघर गांव में भूस्खलन का सिलसिला जारी है। जिससे पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लोगों के घरों में लगातार मलबा घुस रहा है। वहीं बुधवार को भी जिले की चार सड़कों पर पूरी तरह यातायात बंद रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 06:11 PM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 06:11 PM (IST)
अतिवृष्टि से किसरौली गांव में एक मकान क्षतिग्रस्त
अतिवृष्टि से किसरौली गांव में एक मकान क्षतिग्रस्त

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में रुक-रुक बारिश हो रही है। किसरौली गांव में अतिवृष्टि से एक आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। कपकोट तहसील के कर्मी, सरन, बघर गांव में भूस्खलन का सिलसिला जारी है। जिससे पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लोगों के घरों में लगातार मलबा घुस रहा है। वहीं, बुधवार को भी जिले की चार सड़कों पर पूरी तरह यातायात बंद रहा। लगभग तीन हजार की जनसंख्या प्रभावित हो गई है। सरयू नदी में सिल्ट आने से पेयजल योजनाएं भी प्रभावित होने लगी हैं।

बुधवार की सुबह आसमान में बादल छाए रहे। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश हुई और जिले के अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क रहा। दोपहर बाद चटक धूप निकली और फिर आसमान को बादलों ने घेर लिया। अतिवृष्टि के कारण काफलीगैर तहसील के किसरौली गांव निवासी खीम सिंह पुत्र लछम सिंह का आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के चार सदस्यों ने पड़ोसी के घर में शरण ली है। कपकोट तहसील के सरन, कर्मी, बघर आदि गांव भूस्खलन की चपेट में हैं। यहां पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। सड़क कई स्थानों से गायब हो गई है। जिपं अध्यक्ष बसंती देव ने बताया कि लोगों के घरों में मलबा घुसा है। पेयजल लाइन की मरम्मत आदि के लिए उपजिलाधिकारी कपकोट को दिशा निर्देश दिए गए हैं। भूस्खलन और मलबे के कारण खबडोली-उडलगांव मोटर मार्ग किमी एक, कपकोट-कर्मी किमी 13, बघर किमी चार, पांच, सात, तोली सड़क किमी एक में आवागमन के लिए पूरी तरह बंद है।

बारिश का आंकड़ा

बागेश्वर - 2.50 एमएम

गरुड़ - 7 एमएम

कपकोट - 2.50 एमएम

मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी किया है। 16 जुलाई तक बारिश होने की संभावना बनी है। ाकाशीय बिजली के साथ गर्जना के साथ बारिश होने का अनुमान है। बंद सड़कों को लोडर मशीनें खोल रही हैं।

- शिखा सुयाल, जिला आपदा अधिकारी, बागेश्वर

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