40 लाख रुपये में1800 शिक्षक होंगे प्रशिक्षित

डायट जिले के 1800 शिक्षकों को आनंदम और निष्ठा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Feb 2020 11:01 PM (IST) Updated:Sat, 15 Feb 2020 06:12 AM (IST)
40 लाख रुपये में1800 शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
40 लाख रुपये में1800 शिक्षक होंगे प्रशिक्षित

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : डायट जिले के 1800 शिक्षकों को आनंदम और निष्ठा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित करेगा। ये प्रशिक्षण मार्च तक आयोजित किए जाएंगे। डायट इस बीच स्कूलों में जाकर भी इस कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। ताकि आने-जाने में शिक्षकों का समय खराब न हो और छात्र-छात्राओं को भी प्रशिक्षणों का लाभ मिल सके। केंद्र के निर्देशों के अनुसार 99.50 प्रतिशत शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है। प्राथमिक जूनियर और माध्यमिक में कक्षा आठ तक के शिक्षकों को यह प्रशिक्षण लेना है। अलबत्ता केंद्र से देर से बजट जारी होने पर प्रशिक्षण देरी से जरूर आयोजित हो रहे हैं। करीब 40 लाख रुपये इस प्रशिक्षण पर व्यय होने का अनुमान है।

गत नवंबर से शुरू आनंदम प्रशिक्षण प्रत्येक विद्यालय के एक शिक्षक को दिया जान है, जो मार्च तक पूरा होगा। करीब 12 लाख रुपये इस प्रशिक्षण पर खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा निष्ठा प्रशिक्षण केंद्र की योजना है, जिसके तहत प्रत्येक शिक्षक को प्रशिक्षित किया जाना है। इसमें प्राथमिक, जूनियर और माध्यमिक के आठवीं तक के शिक्षक शामिल हैं। इसके लिए करीब 28 लाख रुपये का बजट है, जिसे मार्च तक व्यय करना है।

प्रवक्ता रवि कुमार जोशी ने बताया कि यह प्रशिक्षण स्टेट तय करती है और भारत सरकार को भेजती है। भारत सरकार ने प्रशिक्षण को धनराशि आवंटित की जाती है। बजट सितंबर में मिलने से देरी से प्रशिक्षण शुरू हुए।

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इनको मिलेगा लाभ

आनंदम प्रशिक्षण के तहत 600 व निष्ठा के तहत 1200 शिक्षकों को लाभ मिलने जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान 22 भाषाओं में प्रार्थना के गुर सिखाए जा रहे हैं। संस्कृति मंत्रालय से जारी दिशा-निर्देशों के तहत समूह गीत, प्रतिज्ञा, राष्ट्रगीत, लोकगीत आदि का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

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-वर्जन-

शिक्षकों को निष्ठा और आनंदम कार्यक्रम के तहत आगामी मार्च तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एकल अध्यापक वाले स्कूलों के शिक्षकों के प्रशिक्षण में आने पर शिक्षा विभाग को वहां अन्य शिक्षक की व्यवस्था करनी होती है। प्रशासनिक कार्य शिक्षा विभाग ही देखता है।

-एबी जोशी, प्राचार्य, डायट, बागेश्वर।

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