पिरूल से 150 किलोवाट बिजली का होगा उत्पादन
पिरूल योजना के तहत जल्द ही बागेश्वर जिले में पिरूल से 150 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा।
बागेश्वर : पिरूल योजना के तहत जल्द ही जिले में पिरूल से 150 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा। इसके लिए पांच लोगों ने आवेदन किया है। जल्द ही यूनिट आदि तैयार कर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
पहाड़ में पिरूल जंगल की आग का प्रमुख कारण है। वनाग्नि रोकने के लिए अब पिरूल से विद्युत उत्पादन किया जाने की योजना बन रही है। बागेश्वर में चीड़ के जंगल को देखते हुए मुख्यमंत्री ने भी पिरूल यूनिट शुरू करने के निर्देश दिए थे। पिरूल योजना के तहत जिले में पांच लोगों ने आवेदन किया है। चार लोगों ने 25 किलोवाट व एक आवेदन 50 किलोवाट के लिए किया गया है। 25 किलोवाट वालों को 25 हजार व 50 केवी वाले आवेदनकर्ता को 50 हजार रुपया जमा करने होंगे। वन विभाग से एमओयू साइन होते ही यूनिट निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। गरुड़ व बागेश्वर में दो-दो और कपकोट में एक यूनिट लगाई जाएगी। पिरूल से ऊर्जा उत्पादन की इस प्रकार की पहली यूनिट होगी।
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4.49 रुपये की दर से बिजली खरीदेगा ऊर्जा निगम
बागेश्वर : अगर यह इकाईयां पूरी क्षमता से काम करती हैं तो 3600 यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। उर्जा निगम इन उद्योगों से 4 रुपये 49 प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदेगा।
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साढ़े तीन रुपये प्रति किलो मिलेगा पिरूल
बागेश्वर : सरकार ने पिरूल योजना के तहत आम लोगों को भी इससे जोड़ने का प्रयास किया है। वह साढ़े तीन रुपये प्रति किलो के हिसाब से पिरूल खरीदेगा। जिसमें दो रुपया यूनिट संचालक तथा व डेढ़ रुपया वन विभाग देगा।
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पांच आवेदनकर्ता आ गए हैं। औपचारिकता पूरी कर ली गई है। जल्द ही यूनिट शुरू होने की संभावना है।
-रॉकी कुमार, परियोजना प्रबंधक, उरेडा
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वन विभाग सारी औपचारिकता पूरी करने के बाद आवेदनकर्ताओं के साथ एमओयू साइन होगा। जिसके बाद यह बिजली उत्पादन का कार्य शुरू होगा।
-एस शाही, प्रभागीय वनाधिकारी, बागेश्वर
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ऊजा निगम साइट चयन होने के बाद उन्हें तकनीकी सहयोग देगा। बिजली लाइन आदि लगाने में भी उनको मदद दी जाएगी। बिजली खरीदने के लिए अनुबंध होगा।
-भाष्करानंद पांडे, अधिशासी अभियंता, ऊर्जा निगम