अल्मोड़ा में सल्ट के स्वाणखेत गांव तक पहुंची जंगल की आग

अल्मोड़ा जिले के मानिला में बारिश की उम्मीदों पर पानी फिरने से वनाग्नि पर काबू पाना दुष्कर हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:13 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:13 PM (IST)
अल्मोड़ा में सल्ट के स्वाणखेत गांव तक पहुंची जंगल की आग
अल्मोड़ा में सल्ट के स्वाणखेत गांव तक पहुंची जंगल की आग

संस, मानिला (अल्मोड़ा): बारिश की उम्मीदों पर पानी फिरने से वनाग्नि पर काबू पाना दुष्कर हो गया है। हालात इस कदर विकट हो चले हैं कि दूर जंगलात की लपटें आबादी क्षेत्र को झुलसाने लगी हैं। जिला मुख्यालय के आसपास की आग पर जैसे-तैसे काबू तो पा लिया गया, मगर विकासखंड के सुदूर इलाकों में एक के बाद एक जंगल खाक होते जा रहे हैं। तल्ला मानिला में बेकाबू लपटों ने वन क्षेत्र में लाखों की संपदा को नष्ट कर दिया। वहीं झीपा गांव से सुलगी चिंगारी ने स्वाणखेत की आबादी में कहर बरपाया। वहां घास के 16 से ज्यादा लूटे स्वाहा होने से पशुचारे का संकट पैदा हो गया है।

सल्ट ब्लॉक के झीपा गांव से सटे वन क्षेत्र में बीती सोमवार की शाम आग भड़की थी। तेज हवा से हालात बिगड़ते चले गए। देर रात लपटें ग्रामसभा सकनणा के स्वाणखेत तोक तक पहुंच गई। इससे पहले कि ग्रामीण आग बुझाने के लिए दौड़ते, इसने गांव में घास के लूटे चपेट में ले लिए। इससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।

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ग्रामीणों ने झीपा वालों पर लगाया आरोप वनाग्नि से पशुचारे के लिए जूझ रहे स्वाणखेत के बाशिंदों ने निकटवर्ती झीपा गांव के लोगों पर जानबूझ कर आग लगाने का आरोप लगाया। चंदन सिंह ने कहा कि इसमें तीन महिलाएं थी। उधर, तल्ला मानिला क्षेत्र में भी मंगलवार को वन क्षेत्र धधक उठे। वन कर्मी आग बुझाने में जुटे रहे, मगर स्टाफ की कमी व तेज हवा के कारण जंगल बचाए नहीं जा सके। देर शाम तक सल्ट ब्लॉक में पांच से दस हेक्टेयर जंगलात खाक हो चुके थे। वहीं बहुमूल्य जैवविविधता को भी भारी क्षति पहुंची है।

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