ताड़ीखेत के 15 से ज्यादा गावों में जल संकट

रानीखेत अंतर्गत शेर विद्यापीठ पंपिंग पेयजल योजना में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण जनता को पानी नहीं मिल पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:47 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:47 PM (IST)
ताड़ीखेत के 15 से ज्यादा गावों में जल संकट
ताड़ीखेत के 15 से ज्यादा गावों में जल संकट

संवाद सहयोगी, रानीखेत : शेर विद्यापीठ पंपिंग पेयजल योजना में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण इससे संबंधित गांवों में विकट जल संकट गहरा गया है। ताड़ीखेत विकास खंड के 15 से ज्यादा गांवों की करीब दो हजार की आबादी इस वजह से बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने लगी है। हालांकि विभागीय अधिकारियों ने कहा कि लाइन दुरुस्त कर पेयजल व्यवस्था को जल्द सुचारू कर दिया जाएगा।

बीते साल दिसंबर से ही जंगलों में आग लगने की कई घटनाओं के कारण इस बार जल स्रोतों का प्रवाह भी खासा प्रभावित हुआ है। स्रोत सूखने के कारण पेयजल योजनाएं पहले ही बेदम हो चली हैं। अब कोसी जलागम क्षेत्र में बनी शेर विद्यापीठ पंपिंग योजना के जवाब दे जाने से संकट और अधिक बढ़ गया है। पंप के स्टार्टर में तकनीकी खराबी के कारण बीते 48 घटे से दूरस्थ गांवों की जलापूर्ति बाधित है। इससे रानीखेत-खैरना स्टेट हाईवे से सटे खुशालकोट, कोटखुशाल, कनार, रिकौसा, पजीना, मलौना, पोखरी आदि गावों के ग्रामीण पानी के लिए परेशान हो उठे हैं।

==========

ग्रामीणों में गुस्सा

ग्रामीणों ने विभाग पर योजना की उपेक्षा का आरोप लगाया है। स्थानीय अनिल बिष्ट, नरेंद्र बिष्ट, कुंदन गौणी, प्रताप गौणी आदि ने कहा कि योजना के रखरखाव के लिए कई बार आग्रह किया गया, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने जलापूर्ति जल्द सुचारू न होने पर आदोलन की चेतावनी दी है।

===========

वर्जन

'तकनीकी खराबी आने से जलापूर्ति बाधित हुई है। समस्या जल्द दूर कर ली जाएगी। कुछ गावों में टैंकरों से पानी पहुंचा रहे हैं।

- केएल साह, अवर अभियंता, जल संस्थान'

chat bot
आपका साथी