जुलूस निकाल सरकार को दी चेतावनी
जलसंस्थान ने संविदा श्रमिक संघ ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मुख्यालय में जुलूस निकालकर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को अनसुना किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : जलसंस्थान ने संविदा श्रमिक संघ ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मुख्यालय में जुलूस निकालकर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को अनसुना किया तो गंभीर परिणाम होंगे।
शनिवार को सरकार की उपेक्षा से आहत जलसंस्थान के आउटसोíसंग काíमकों ने गांधी पार्क पर धरना दिया। उन्होंने मुख्यालय के मुख्य मार्ग पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। इस दौरान हुई सभा में कार्मियों ने कहा कि ठेकेदारी प्रथा को विभाग से पूरी तरह खत्म किया जाए। यह कर्मचारियों के साथ एक प्रकार का शोषण है। कर्मचारी सरकार के साथ काम करने के बाद भी अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। सरकार उनकी मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। दो दशक बाद भी र्किमयों का मानदेय नहीं बढ़ा है। कर्मियों का मानदेय सात से आठ हजार रुपये ही है। आउटसोíसंग काíमक 10 से 12 घंटे कार्य कर रहे हैं। काíमकों को मेहनत का उचित मानदेय नही मिल रहा है। उनकी प्रमुख मांगें नियमितिकरण किया जाए। समान कार्य के लिए समान वेतन, वर्तमान में महंगाई को देखते हुए न्यूनतम मानदेय 25 हजार रुपये किया जाए है। उन्होंने उपनल के माध्यम से नियुक्ति प्रदान किए और साप्ताहिक अवकाश दिए जाने की मांग की है।
इस अवसर पर महेंद्र मेर, भोपाल सिंह, दीपक सिंह फत्र्याल, राजेश सुयाल, चंद्रशेखर पांडे, संतोष सिंह, अर्जुन सिंह, जयपाल मेहता, ललित मोहन बिष्ट, पारितोष जोशी, विक्रम सिंह, धन सिंह बिष्ट, कैलाश सिंह कनवाल, दीपक सिंह, गोविद भोज, कुंदन कनवाल, ललित मोहन, सुशील जोशी, आन सिंह आदि मौजूद थे।