आशाओं की हड़ताल से गांवों में टीकाकरण ठप

फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल से गांवों में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण प्रभावित हो गया है। डोर टू डोर चलने वाला अभियान थम गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 06:21 PM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 06:21 PM (IST)
आशाओं की हड़ताल से गांवों में टीकाकरण ठप
आशाओं की हड़ताल से गांवों में टीकाकरण ठप

संस, अल्मोड़ा/ रानीखेत : फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल से गांवों में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण प्रभावित हो गया है। डोर टू डोर चलने वाला अभियान थम गया है। इधर जिला व रानीखेत उपमंडल मुख्यालय के साथ ही विभिन्न ब्लॉक क्षेत्रों में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन बरकरार रहा। उपनेता प्रतिपक्ष करन सिंह माहरा ने राज्य सरकार से आशाओं के हित में शासनादेश जारी करने की वकालत की है।

राजकीय कर्मी का दर्जा, कोविड ड्यूटी का मासिक भत्ता व सम्मानजनक वेतन समेत 11 लंबित मुद्दों पर आशा कार्यकर्ता कार्य बहिष्कार पर अड़ी हैं। उन्होंने मंगलवार को गाधी पार्क में प्रदर्शन कर धरना दिया। संगठन की प्रातीय सचिव आनंदी महरा, ब्लॉक अध्यक्ष ममता तिवारी, पूजा बगड्वाल, जानकी जोशी, पुष्पा कनवाल ने विचार रखे।

द्वाराहाट : यहां सीएचसी में आशाओं ने प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान चंपा अधिकारी, गंगा जोशी, लीला बिष्ट, बीना देवी मौजूद रहीं।

स्याल्दे : आशाओं ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगा धरना दिया। इसमें मंजू देवी, हंसी नेगी, विमला देवी, मीना देवी, राधा देवी, सरस्वती देवी शामिल रहीं।

रानीखेत: नागरिक चिकित्सालय में आशा कार्यकर्ता बेमियादी धरने पर डटी रहीं। मीना आर्या, शोभा पंत, कुसुम लता जोशी, शांति चौधरी, शांति रावत, नंदी खाती मौजूद रहीं।

मानिला : खुमाड़ स्थित सल्ट तहसील मुख्यालय में भी दिनभर सरकार विरोधी नारे गूंजते रहे। धरने पर ब्लॉक अध्यक्ष उमा रावत, सुनीता देवी, गीता रावत, नंदी मठपाल, नीमा रावत आदि बैठीं।

भिकियासैंण : आशा वर्कर्स नवें दिन भी कार्य बहिष्कार पर रहीं। उन्होंने सीएचसी परिसर में धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की। कार्यक्रम में हेमा देवी, हंसी असनोड़ा, किरन, सरस्वती, रेनू, अनिता नेगी, निर्मला भंडारी ने भागीदारी की।

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