पहाड़ में मेघों का रुख नरम पर दुश्वारियां बरकरार

अल्मोड़ा जिले में बारिश थम गई मगर सड़कों पर संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। अतिवृष्टि से ओखलगाड़ा में पहाड़ी से भूस्खलन व सड़क की सुरक्षा दीवार ध्वस्त होने से अल्मोड़ा-घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग छठे दिन भी बंद रहा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:28 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:28 PM (IST)
पहाड़ में मेघों का रुख नरम पर दुश्वारियां बरकरार
पहाड़ में मेघों का रुख नरम पर दुश्वारियां बरकरार

= अल्मोड़ा-घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग छठे दिन भी बंद

= अल्मोड़ा-सेराघाट-बेरीनाग राजमार्ग भी बाधित, ओखलगाड़ा ने बढ़ाई मुश्किलें जागरण टीम, अल्मोड़ा/दन्यां : पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश थम गई, मगर सड़कों पर संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। अतिवृष्टि से ओखलगाड़ा में पहाड़ी से भूस्खलन व सड़क की सुरक्षा दीवार ध्वस्त होने से अल्मोड़ा-घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग छठे दिन भी बंद रहा। दोनों जिलों के बीच आवाजाही जल्द शुरू होने की उम्मीद कम ही है। उधर अल्मोड़ा-सेराघाट-बेरीनाग राजमार्ग भी बीते 25 घंटों से ठप पड़ा है। वहीं हल्द्वानी हाईवे पर भी जोखिम के बीच सफर चल रहा है।

जिला मुख्यालय के दन्यां (धौलादेवी ब्लॉक) से 25 किमी दूर ओखलगाड़ा में संकट के बादल छंटे नहीं हैं। सोमवार को लोनिवि व एनएच की टीम हाईवे पर मलबा हटाने में जुटी रही। मगर राष्ट्रीय राजमार्ग की सुरक्षा दीवार ही नेस्तनाबूद होने से अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ के बीच वाहनों का संचालन ठप है। वहीं वैकल्पिक तौर पर पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा व हल्द्वानी के लिए बेरीनाग वाया सेराघाट रूट का इस्तेमाल हो रहा था। मगर बीती शाम पहाड़ी का बड़ा हिस्सा व बोल्डर टूट कर गिरने से वह भी बंद हो गया है।

आतंरिक मार्गो की भी शामत

धौलादेवी ब्लॉक में आंतरिक सड़कों पर भी अतिवृष्टि का कहर बरपा है। यहां दन्यां आरासलपड़, मेलगांव फाराखोली, हनुमानगढ़ी रोल गल्ली, तलेट बिरकोला, ध्याड़ी धनोली, धौलादेवी चिल आदि आंतरिक मार्ग भी छह दिन से बंद पड़े हैं। जगह जगह मलबा व बोल्डर गिरे हुए हैं। सरयू बेलक समेत 12 से ज्यादा बड़ी योजनाएं ध्वस्त

दन्यां : बारिश से धौलादेवी ब्लॉक क्षेत्र में 12 से ज्यादा पेयजल योजनाएं ध्वस्त हो गई हैं। 40 से अधिक ग्राम पंचायतों में पीने के पानी की किल्लत बढ़ गई है। विकासखंड की बड़ी आबादी की प्यास बुझाने वाली सरयू बेलक दन्यां पेयजल योजना के हैड में गाद भरने से पांच दिनों से जलापूर्ति ठप है। भौरीगाड़ सलपड़ ग्राम समूह पेयजल योजना भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गई है। पाइप दूर दूर तक बिखरे पड़े हैं। चिमार्ख दन्यां, पोखरी खूनाखाल समेत 12 से अधिक छोटी पेयजल योजानाएं आपदा की भेंट चढ़ चुकी हैं। कई पारंपरिक नौले भी जमींदोज हो गए हैं। इन सभी गांवों के प्रधानों ने क्षतिग्रसत परिसंपत्तियों की शीघ्र मरम्मत की मांग उठाई है।

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