सामरिक लिहाज से अहम अल्मोड़ा घाट पनार हाईवे बेदम
सामरिक लिहाज से अहम अल्मोड़ा-घाट पनार राष्ट्रीय राजमार्ग (309बी) आवाजाही के लिए खतरनाक बना है।
संस, दन्यां (अल्मोड़ा): सामरिक लिहाज से अहम अल्मोड़ा-घाट पनार राष्ट्रीय राजमार्ग (309बी) के हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। बीती जून मध्य में सप्ताहभर तक लगातार बारिश से बिगड़े हालात अब भी नहीं सुधरे हैं। ओखलगाढ़ा में जबरदस्त भूस्खलन से सौ मीटर के दायरे में हाईवे नेस्तनाबूद हो गया था। फिलहाल, यहां पर पहाड़ी काटकर वैकल्पिक रोड के सहारे जोखिम में सफर चल रहा है। कुछ और डेंजर जोन पर बोल्डर व मलबा गिरने का सिलसिला बरकरार है। कार्यदायी एजेंसी एनएच के अधिकारी कहते हैं कि भूस्खलन का खतरा टालने को पूरी पहाड़ी का ही कटान किया जाएगा। मगर भविष्य में सुरक्षित सफर पर संशय बना हुआ है।
घाट पनार हाईवे पर दुश्वारियों के पहाड़ टूट रहे हैं। सामरिक लिहाज से महत्वपूर्ण होने के बावजूद एनएच प्रशासन भूस्खलन का खतरा टाल सुरक्षित सफर की रणनीति नहीं बना सका है। जिला मुख्यालय से 56 किमी एनएच पर कांडानौला में आए दिन पहाड़ी दरक रही। मलबा परेशानी बढ़ा रहा। 19 किमी दूर मकड़ाऊं में भी हाईवे मलबे से पटा है।
यहां से तीन किमी दूर ओखलगाढ़ा पर पहाड़ी से गिरे विशालकाय बोल्डरों ने सौ मीटर के दायरे में एनएच का नामोनिशान मिटा दिया है। बीते जून में पहाड़ी को काट वैकल्पिक सड़क बनाई गई थी। इस पर जान जोखिम में डाल सफर बड़ी मजबूरी बन गया है। इस इलाके में 300 मीटर की ऊंचाई से पहाड़ी अब भी दरक रही है। 66 केवी का विद्युत पोल भी भूस्खलन की जद में है।
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'सीमांत पिथौरागढ़ को जोड़ने वाला हाईवे पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। हमने कई सदन में यह मुद्दा उठाया। जून से अब तक कोई मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो सका है। लोग चौड़ीकरण की मांग कर रहे हैं। एनएच बरसाती पानी की निकासी को नालियां ही नहीं बना सका है। कई जगह गड्ढे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं।
- गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक जागेश्वर'
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'हाईवे का चौड़ीकरण जरूरी है लेकिन भूगर्भीय सर्वे करा इसकी सुरक्षा के इंतजाम पहले किए जाएं। जून में क्षतिग्रस्त हाईवे का पुनर्निर्माण प्राथमिकता से होना चाहिए।
- ममता पंत, जिपं सदस्य'
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'ओखलागाढ़ा के पास खतरनाक हो चुकी पहाड़ी का कटान एनएच ने शुरू करा दिया है। ऊपरी भूभाग पर ऊर्जा निगम की हाईटेंशन लाइन है। अधिकारियों से समन्वय कायम न होने से काम रुका है। आगे वर्षा तेज हुई तो हाईवे फिर बंद हो सकता है।
- पूरन बिष्ट, ठेकेदार कार्यदायी एजेंसी'
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'हाईवे बहुत महत्वपूर्ण है। दिल्ली, देहरादून, हल्द्वानी, नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा, बागेश्वर आदि शहरों को सीमांत से जोड़ता है। प्रदेश सरकार को इसकी मरम्मत व सुरक्षात्मक कार्यो में सुस्ती नहीं दिखानी चाहिए।
-बिशन सिंह गैड़ा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य'
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'अल्मोड़ा घाट पनार हाईवे के चौड़ीकरण की योजना प्रस्तावित है। शीघ्र सर्वे होना है। क्रोनिक जोन ओखलगाढ़ा की पहाड़ी का कटान कर भूस्खलन की जड़ ही खत्म करेंगे। इससे पहाड़ी के दोबारा दरकने का जोखिम कम रहेगा।
- गजेंद्र सिंह किरौला, एई एनएच'