वेतन नहीं मिलने से ठेका श्रमिकों में आक्रोश
न्यूनतम मजदूरी नहीं मिलने और ईपीएफ खातों में मानक से कम धनराशि जमा होने से आक्रोशित बीएसएनएल के कैजुअल एंड कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने प्रदर्शन किया। उन्होंने बीएसएनएल कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी अगर जल्द कार्रवाई नहीं होती तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: न्यूनतम मजदूरी नहीं मिलने और ईपीएफ खातों में मानक से कम धनराशि जमा होने से आक्रोशित बीएसएनएल के कैजुअल एंड कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने प्रदर्शन किया। उन्होंने बीएसएनएल कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी अगर जल्द कार्रवाई नहीं होती तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
शनिवार को बीएसएनएल के कैजुअल एंड कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ रोष व्यक्त किया। ठेका श्रमिकों ने कहा कि ठेकेदार श्रमिकों के मासिक भुगतान से दो प्रतिशत की धनराशि काटी जा रही है। यह बीते चार वर्षों से हो रहा है। वहीं भविष्य निधि के खातों में कम धन जमा किया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों के हितों की अनदेखी हो रही है। जबकि ठेकेदार, बीएसएनएल से पूरे पैसे ले रहा है। जब ठेकेदार से भविष्य निधि धनराशि का लेखा-जोखा मांगा गया तो वह नहीं दे पाए। हर साल ठेकेदार बदले जा रहे हैं। जिससे कर्मचारियों को तय मानदेय नहीं मिल रहा है। ठेकेदार उनके हितों की अनदेखी कर रहा है। उन्हें मजबूरन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। ठेकेदार भी लगातार श्रमिकों को भ्रमित कर रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर मांगों पर कार्रवाई नहीं होती तो उग्र आंदोलन होगा।
इस दौरान ललित मोहन जोशी, उमेश चंद्र तिवारी, विक्रम सिंह नेगी, संजय भट्ट, गीता मेर, गोपाल सिंह कनवाल, सरवती देवी, चंदन सिंह नेगी, योगेश कुमार, डिगर सिंह, शेर सिंह मेहता, दरपान सिंह धपोला, प्रकाश चंद्र, दीपक सिंह सहित कई कांट्रेक्ट कर्मी मौजूद थे।
ठेकेदार को श्रमिकों की समस्या का समाधान एक सप्ताह के भीतर करने निर्देश दिए गए हैं। अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी।
- मनीष पंत, एसडीओ, बीएसएनएल, अल्मोड़ा