मल्ला महल कलक्ट्रेट में चल रहे निर्माण कार्य का विरोध

अल्मोड़ा के एतिहासिक मल्ला महल में चल रहे सड़क निर्माण कार्य का विरोध शुरु हो गया है

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 09:42 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 09:42 PM (IST)
मल्ला महल कलक्ट्रेट में चल रहे निर्माण कार्य का विरोध
मल्ला महल कलक्ट्रेट में चल रहे निर्माण कार्य का विरोध

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : एतिहासिक मल्ला महल में चल रहे निर्माण कार्य का विरोध शुरु हो गया है। नगर के इतिहासकार, पुरातत्वविद सहित विभिन्न संगठनों के लोगों निर्माण कार्य को तुरंत रोकने एवं इसका संरक्षण केंद्रीय पुरातत्व विभाग से कराने की मांग करने लगे हैं। शीघ्र कार्य न रोके जाने पर सड़कों पर प्रदर्शन करने का मन बना चुके हैं।

विभिन्न संगठनों का कहना है कि 500 वर्षों के चंद राजाओं के इतिहास व पुरातात्विक धरोहर को बिना पुरातात्विक तकनीकी विशेषज्ञों की राय बनाना गलत है। इस पर शीध्र रोक लगानी चाहिए। मल्ला महल उत्तराखंड की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर है वहां स्थित रामशिला मंदिर अपनी बेजोड़ पुरातात्विक कला व धाíमक महत्व के लिए पहचाना जाता है। संगठनों ने वहां चल रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच एवं परियोजना की जानकारी सार्वजनिक किए जाने सहित इसका संरक्षण का कार्य केंद्रीय पुरातत्व विभाग से कराने एवं वहा एक भव्य संग्रहालय बनाने की भी मांग की है। विरोध करने वालों में पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी, सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह बगडवाल, एड. प्रफुल पंत, उपपा अध्यक्ष पीसी तिवारी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, इतिहासविद प्रो. विद्यासागर नेगी, दया शंकर, जंग बहादुर, राजेंद्र रावत, त्रिलोचन जोशी, पूरन तिवारी, हेम जोशी, दिनेश पांडे, कमल जोशी, सुनीता पांडे, रघु तिवारी, नीलिमा भट्ट, अमन नच्जौन, मयंक बिष्ट, लक्ष्मण सिंह, ललित चौधरी, आनंदी वर्मा, हयात रावत, उदय किरौला, मनोज सनवाल, दीप्ति सोनकर, दीपा साह, जगमोहन बिष्ट, हेम तिवारी, आशा रावत शामिल हैं।

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