राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम में वक्ताओं ने विकास के लिए सामंजस्य व ठोस नीति पर दिया जोर

अल्मोड़ा के उत्तराखंड सेवानिधि संस्थान में आयोजित एक दिवसीय प्रदेश स्तरीय संवाद कार्यक्रम में वक्ताओं ने विकास के लिए के लिए सामंजस्य के साथ ठोस नीति बनाने की जरूर पर जोर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 11:37 PM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 06:16 AM (IST)
राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम  में वक्ताओं ने विकास के लिए सामंजस्य व ठोस नीति पर दिया जोर
राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम में वक्ताओं ने विकास के लिए सामंजस्य व ठोस नीति पर दिया जोर

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : प्रदेश के विकास के लिए के लिए सामंजस्य के साथ ठोस नीति बनाने की जरूरत है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश का विकास हिमाचल की तर्ज पर करना होगा। इसके साथ ही युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए भी कार्य करने की जरूरत है।

उत्तराखंड सेवानिधि संस्थान में एक दिवसीय राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पहाड़ के लोगों ने कठिन कार्य करना छोड़ दिया है। जिस कारण भूमि बंजर हो रही है और बेरोजगारी भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गांव के अंतिम छोर के व्यक्ति को पहली पंक्ति में लाने का प्रयास कर रही है। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि आज परस्पर संवाद की जरूरत है, इसलिए समय समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होते रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन सरकार की जिम्मेदारी है। जिला विकास प्राधिकरण के मुद्दे पर वक्ताओं ने कहा कि इस पर चर्चा कर इस पहाड़ के भौगोलिक माहौल के अनुरूप बनाने की जरूरत है। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने भी पर्यटन, सड़क, पाíकंग समेत अनेक मुद्दों पर चर्चा भी की गई।

इस मौके पर वीवीकेएस के पूर्व डायरेक्टर जेसी भट्ट, प्रफुल्ल पंत, अनुराधा पांडे, श्याम सिंह कुटोला, दिवा भट्ट, पीसी तिवारी, कमल जोशी, ईश्वर चंद्र जोशी, जंगबहादुर थापा, संवाद के संयोजक पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, कैलाश गुरूरानी, त्रिलोचन जोशी, दिवान नगरकोटी, सेवा निधि के डायरेक्टर पदमश्री ललित पांडे सहित अनेक लोग मौजूद थे। संचालन रमेश पांडे राजन ने किया।

chat bot
आपका साथी