न संसाधन न प्रशिक्षक, कैसे मिले प्रशिक्षण

संवाद सहयोगी अल्मोड़ा जिले के खेल विभाग में जरूरी संसाधनों की कमी बनी हुई है। जिससे

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 08:06 AM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 08:06 AM (IST)
न संसाधन न प्रशिक्षक, कैसे मिले प्रशिक्षण
न संसाधन न प्रशिक्षक, कैसे मिले प्रशिक्षण

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिले के खेल विभाग में जरूरी संसाधनों की कमी बनी हुई है। जिससे खेलों के प्रति रूचि रखने वाले छात्र-छात्राओं को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। खेल विभाग की ओर से वर्तमान में हेमवती नंदन बहुगुणा स्टेडियम समेत जिले के विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाकर एक दर्जन खेलों का प्रशिक्षण दिया जाता है, लेकिन एक मात्र बैडमिंटन खेल के ही प्रशिक्षक साई की ओर से तैनात हैं। अन्य खेलों के लिए एक भी प्रशिक्षक वर्तमान में तैनात नहीं हैं। विभाग में सालों से उप क्रीड़ाधिकारी का पद खाली है। वहीं अन्य पदों का भी टोटा बना हुआ है।

एक ओर राज्य व केंद्र सरकार खेलों को बढ़ावा देने की बात तो खूब करती है। जगह-जगह होने वाली विचार गोष्ठियों, सेमिनारों में खेल का महत्व तथा इससे शरीर को होने वाले लाभों का बखान इन सरकारों के मंत्रियों द्वारा खूब किया जाता है। खेलों से भविष्य निर्माण करने का आह्वान छात्र-छात्राओं से किया जाता है, मगर खेल जैसे महत्वपूर्ण विभाग को बिन संसाधनों के छोड़ दिया गया है। जिले के खेल विभाग की ओर से वर्तमान में एथलेटिक्स, वॉलीबाल, फुटबॉल, हॉकी, ताइक्वांडो, बास्केटबॉल, कराटे, किक्रेट, बॉक्सिंग, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस तथा हैंडबॉल खेलों का संचालन किया जाता है। मगर इन खेलों का प्रशिक्षण देने के लिए विभाग के पास एक मात्र भारतीय खेल प्राधिकरण (साई )की ओर से बैडमिंटन खेल में प्रशिक्षक तैनात हैं। अन्य खेलों के लिए न तो वर्तमान में नियमित प्रशिक्षक हैं और न ही संविदा प्रशिक्षक। संविदा प्रशिक्षकों का भी अनुबंध मात्र फरवरी माह तक ही रहता है, इसके बाद तो खेलों का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के सामने और भी दुश्वारियां बढ़ जाती हैं। जिला खेल विभाग में उप क्रीड़ाधिकारी का पद आठ सालों से खाली चल रहा है। वहीं वरिष्ठ सहायक की कमी से कार्यालयी कार्य पर असर पड़ रहा है। ग्राउंड स्टाफ की कमी से प्रतियोगिताओं के दौरान ट्रैक के निर्माण व मैदान के अनुरक्षण में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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खेल मैदान की दशा भी ठीक नहीं

एचएनबी स्टेडियम में पिछले 2-3 साल पहले लगाई गई घास धीरे-धीरे उखड़ते जा रही है। इससे मैदान अनेक स्थानों पर उबड़-खाबड़ होते जा रहा है। इस स्थिति से इस मैदान में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के दौरान खिलाड़ियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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खेल विभाग खेलों के उन्नयन के लिए गंभीर है। इसके लिए विभिन्न खेलों के प्रशिक्षकों की नियुक्ति के लिए खेल विभाग की ओर से मार्च के शुरुआती दिनों में ही विज्ञप्ति जारी कर दी गई है। खेल विभाग में अन्य रिक्त पड़े पदों के लिए शासन व खेल निदेशालय को सूची भेजी गई है। आगामी 15 अप्रैल से विभिन्न विकास खंडों में छात्र-छात्राओं के लिए खेल प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे।

-सीएल वर्मा, जिला खेल अधिकारी, अल्मोड़ा

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