काश्तकारों को बताए मशरूम की खेती के गुर
संवाद सहयोगी, भिकियासैंण: आत्मा परियोजना के अंतर्गत यहां विकास खंड सभागार कक्ष में दो दि
संवाद सहयोगी, भिकियासैंण: आत्मा परियोजना के अंतर्गत यहां विकास खंड सभागार कक्ष में दो दिनी मशरूम प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रतिभागी काश्तकारों को मशरूम की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई एवं आय बढ़ाने के लिए मशरूम की खेती अपनाने पर जोर दिया गया। उत्पादन के गुर भी बताए।
मशरूम परियोजना ज्योलीकोट से आए मशरूम विशेषज्ञ रमेश चंद्र जोशी व सुरेंद्र बिष्ट मशरूम की खेती के फायदे गिनाए एवं कहा कि मशरूम की खेती पहाड़ के गांवों में रोजगार का अच्छा जरिया बन सकता है। इससे गांवों से पलायन थमेगा। उद्यान प्रभारी प्रमोद सिंह राणा द्वारा बताया गया कि बाजार में मशरूम की डिमांड तेजी से बढ़ रही है तथा जो काश्तकार इससे जुड़े हैं, उन्हें अच्छी कीमत भी मिल रही है। अन्य वक्ताओं ने समूह बनाकर मशरूम की खेती करने की बात कही।
जड़ी-बूटी शोध संस्थान गोपेश्वर से आए हरीश नाथ ने मशरूम के फायदे बताए एवं कहा कि इसके उपयोग से कई बीमारियां दूर हो जाती हैं। इस अवसर पर आत्मा परियोजना के निर्मल बुढलाकोटी, देवेंद्र सिंह, गणेश कंडारी आदि ने विचार रखे।