रह-रहकर धधक रहे पहाड़ के जंगल
अल्मोड़ा में लंबे समय से बारिश नहीं होने के कारण जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : लंबे समय से बारिश नहीं होने के कारण जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। विगत दो दिनों से कोसी नदी के प्रमुख रिचार्ज जोन स्याही देवी-शीतलाखेत क्षेत्र के रौनडाल वन पंचायत और नाप भूमि में लगी वनाग्नि पर वन विभाग और ग्रामीणों के परस्पर सहयोग से काबू पा लिया गया है।
पहाड़ में शीतकाल के सीजन में में वनाग्नि की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। आग बुझाने में वन विभाग की ओर से वन बीट अधिकारी कुबेर चंद्र आर्या, आनंद परिहार, राजन राम, खीम सिंह तथा ग्रामीणों की ओर से ओमप्रकाश, कुंवर सिंह, नाथू सिंह, बचे सिंह, शेर सिंह, पूरन सिंह, राजेंद्र सिंह, प्रताप सिंह ने सहयोग किया। आग लगने की घटनाओं में निरंतर वृद्धि को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा आगामी फायर सीजन के लिए विशेष तैयारियां अभी से शुरू करने की मांग की है। इसके लिए जिले के सभी ग्राम पंचायतों में वनाग्नि सुरक्षा समितियों का गठन करने तथा विभिन्न वन रैंजों में क्रू स्टेशनों की संख्या बढ़ाए जाने पर जोर दिया है। ग्रामीण का कहना है कि इसके लिए समय-समय पर ग्राम पंचायतों में विचार गोष्ठियों का आयोजन भी लाभकारी रहेगा। जंगल से सटे सभी गांवों में आग बुझाने में सहायक यंत्र उपलब्ध कराने और स्याही देवी-शीतलाखेत आरक्षित वनक्षेत्र में वन बीट अधिकारी के रिक्त पदों को भरने की मांग की है।
बतादें कि अभी दो दिन पहले भी जंगल में ब्राइड एंड कार्नर का जंगल जला दिया गया, लेकिन जंगल में आग किसने लगाई यह पता नहीं चल सका है।