पहाड़ में आफत बन बरसा मानूसन, सहमी जिंदगी

अतिवृष्टि से अल्मोड़ा जिले लमगड़ा ब्लॉक के सुदूर डोल आडूखान गाव में मकान ढह गया। गृहस्वामी व परिवार के सदस्यों ने भागकर जान बचाई। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर पत्थरों की बरसात व उफनाए नालों के कारण रूट डायवर्ट कर दिया गया है। अल्मोड़ा-घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओखलगाड़ा में भूस्खलन से चौथे दिन भी बंद रहा। द्वाराहाट में उफनाए गधेरे ने निजी स्कूल की सुरक्षा को ध्वस्त कर निर्माणाधीन भवन को ढहा दिया। कई खंभे भी धराशायी हो गए। जिलेभर में कोसी पश्चिमी रामगंगा गगास पनार आदि नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:12 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:12 PM (IST)
पहाड़ में आफत बन बरसा मानूसन, सहमी जिंदगी
पहाड़ में आफत बन बरसा मानूसन, सहमी जिंदगी

फोटो: 19 एएलएम पी 4 से पी 19 तक

फोटो: 19 आरकेटी पी 2, पी 3, पी 4 व पी 5

फोटो: 19 डीएनआइ पी 1 से आगे

::: दुश्वारियों का पहाड़ :::

= लमगड़ा के डोल आड़ूखान गाव में मकान ध्वस्त

= पिथौरागढ़ हाईवे पर ओखलगाड़ा में फिर भूस्खलन, चौथे दिन भी बंद रहा एनएच

= अल्मोड़ा हल्द्वानी पर खतरा बढ़ा, रूट डायवर्ट

= सल्ट क्षेत्र में बैंक कर्मी उफनाए नाले में बहा, जैसे तैसे बचाया जागरण टीम, अल्मोड़ा/रानीखेत: पर्वतीय क्षेत्रों में दो दिनों से लगातार बारिश से जनजीवन थमने के साथ जोखिम भी बढ़ गया है। अतिवृष्टि से लमगड़ा ब्लॉक के सुदूर डोल आडूखान गाव में मकान ढह गया। गृहस्वामी व परिवार के सदस्यों ने भागकर जान बचाई। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर पत्थरों की बरसात व उफनाए नालों के कारण रूट डायवर्ट कर दिया गया है। अल्मोड़ा-घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओखलगाड़ा में भूस्खलन से चौथे दिन भी बंद रहा। द्वाराहाट में उफनाए गधेरे ने निजी स्कूल की सुरक्षा को ध्वस्त कर निर्माणाधीन भवन को ढहा दिया। कई खंभे भी धराशायी हो गए। जिलेभर में कोसी, पश्चिमी रामगंगा, गगास, पनार आदि नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है।

मूसलधार बारिश में शहरफाटक से लगे डोल आड़ूखान गाव में डिगर सिंह पुत्र पान सिंह का पत्थर व लकड़ियों का पारंपरिक मकान ध्वस्त हो गया। लोगों ने घर से बाहर दौड़कर जान बचायी। ग्राम प्रधान पप्पू फत्र्याल, पड़ोसी बालम सिंह, नारायण सिंह, पूरन सिंह बिष्ट आदि ने मलबे में दबे भैंस व बकरियों को बचाया। राजस्व टीम ने मुआयना कर क्षति का आकलन किया। बारिश से कोसी, गगास, विनोद, पश्चिमी रामगंगा, बिनसर आदि नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। रानीखेत क्षेत्र में लाइनों पर पेड़ गिरने से आसपास के बड़े इलाके में बिजली फिर गुल हो गई। धौलादेवी क्षेत्र की छह सड़कें दूसरे दिन भी बंद

दन्यां : अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ हाईवे पर दन्या से करीब 25 किमी दूर ओखलगाड़ा में पहाड़ी के दरकने का सिलसिला जारी है। दन्या आरासलपड़, हनुमानगढ़ी रोलगल्ली, तलेट बिरकोला, खेती जटेश्वर, मेलगाव दौला चितौला, भनोली दशौला बडियार आदि आंतरिक सड़कें बंद हैं। दशौला बडियार रोड पर भूधंसाव व भूस्खलन से देवराम पुत्र मोतीराम व नारायण राम पुत्र जीतराम के मकान खतरे में जद में आ गए हैं। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। इधर भूधंसाव से दन्या थाने के नवनिर्मित भवन पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। खल्टा गधेरे में स्कूटी समेत बहा बैंक कर्मी

मानिला (अल्मोड़ा) : मानिला के कुणीधार निवासी शकर दत्त भट्ट भिकियासैंण स्थित यूको बैंक शाखा में कार्यरत हैं। शनिवार सुबह वह रोज की तरह स्कूटी से बैंक के लिए रवाना हुए। नैलवाल पाली गाव के पास उफनाया खल्टा गधेरा पार करते समय बैंक कर्मी स्कूटी समेत पानी तेज बहाव में बहते हुए सड़क से नीचे पहुंचे गए। भिकियासैंण की ओर से आ रही यात्री जीप में सवार युवाओं ने उफनाए गधेरे में फंसे बैंक कर्मी को जैसे-तैसे बचाया। जबकि दोपहिया वाहन गधेरे में बह गया।

जैनल में गिरा मलबा, चौखुटिया रोड बंद

भिकियासैंण : चौखुटिया रोड पर यातायात बाधित हो गया है। शनिवार को जैनल भूमिया मंदिर के पास मलबा आने से सड़क बंद हो गई है। वहीं रामगंगा, गगास व नौरड नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर पत्थरों की बरसात, उफनाए नालों ने रोकी राह

रानीखेत : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर आवाजाही बंद कर रूट डायवर्ट कर दिया गया है। शनिवार को क्वारब, नैनीपुल, सुयालबाड़ी, सुयालखेत, काकड़ीघाट, जौरासी, दोपाखी, पाडली, निगलाट आदि क्षेत्रों में पत्थरों की बरसात के बावजूद दोपहर तक जोखिम के बीच सफर चलता रहा। तमाम स्थानों पर बरसाती नाले उफनाए गए। बिगड़ते हालात को देखते हुए एनएच प्रशासन ने हाईवे पर आवाजाही बंद कर रूट डायवर्ट कर दिया गया। मैदान से पहाड़ जाने वाले वाहनों को भवाली से वाया रामगढ़-नथुआखान होकर क्वारब फिर अल्मोड़ा भेजा गया। इसी तरह हल्द्वानी व अन्य मैदानी इलाकों की ओर जाने वाले वाहनों को क्वारब से वाया रामगढ़ व भवाली भेजा जा रहा है। रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर भी हालात पर भी जोखिम बढ़ ही रहा है। यहां भुजान से लगे कनवाड़ी हिल के साथ ही मल्ला पातली व बजोल क्षेत्र में अतिसंवेदनशील पहाडि़यों से पत्थर गिरने का सिलसिला थम नहीं रहा।

स्कूल की सुरक्षा दीवार, खंभे व निर्माणाधीन भवन ढहा

द्वाराहाट : जालली रोड पर कलमठ में बोल्डर व मलबा जमा हो गया है। जिससे करीब 50 फुट की सुरक्षा दीवार धराशायी हो गई। भयंकर बहाव के साथ निकले मलबे ने ग्रेसी कावेंट स्कूल की सुरक्षा दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया। खेल मैदान में मलबा भर गया। निर्माणाधीन भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया। सोलर लाइट के खंभे तक ढह गए। ज्येष्ठ उप प्रमुख व विद्यालय की संचालक नंदिता भट्ट के अनुसार करीब सात लाख रुपये की क्षति हुई है। सड़क की सुरक्षा दीवार ध्वस्त होने से कृषि भूमि व अन्य मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है।

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