मेडिकल कालेज में अब तक आपरेशन की सुविधा नहीं

करोड़ों की लागत से बने मेडिकल कालेज के बाद भी पहाड़ों में मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का दंश झेलना पड़ रहा है। मातृ-शिशु और महिला स्वास्थ्य के लिए सरकार के गंभीर होने के बावजूद अब तक कालेज में प्रसव जैसी सुविधा नहीं मिल पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 06:14 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 06:14 PM (IST)
मेडिकल कालेज में अब तक आपरेशन की सुविधा नहीं
मेडिकल कालेज में अब तक आपरेशन की सुविधा नहीं

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : करोड़ों की लागत से बने मेडिकल कालेज के बाद भी पहाड़ों में मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का दंश झेलना पड़ रहा है। मातृ-शिशु और महिला स्वास्थ्य के लिए सरकार के गंभीर होने के बावजूद अब तक कालेज में प्रसव जैसी सुविधा नहीं मिल पा रही है। गर्भवतियों के प्रसव और सामान्य मरीजों को मेजर आपरेशन के लिए रेफर होना मजबूरी बन गई है। अब तक आपरेशन और प्रसव की सुविधा संचालित नहीं होने से लोगों में नाराजगी भी है।

अल्मोड़ा के अलावा बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चम्पावत जिलों से रेफर आए मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बने मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य सुविधाओं का भारी अभाव है। एनएमसी के निरीक्षण में कई सुविधाएं लंबे समय से लटकी हुई है। आलम यह है कि अब तक कालेज में मेजर आपरेशन संचालित नहीं हो सके हैं। यहां प्रसव की सुविधा नहीं होने से गर्भवतियों को रेफर करना पड़ रहा है। हालांकि महिला अस्पताल अल्मोड़ा में प्रसव हो रहे हैं, लेकिन मेडिकल कालेज में प्रसव नहीं होने से मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। कुछ छोटे आपरेशन ही हो पा रहे हैं। पथरी, हाíनया, आंत आदि बीमारियों के मेजर आपरेशन की सुविधा शुरू नहीं होने से मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। छह वर्क स्टेशन पहुंचने के बाद भी शुरू नहीं हुए ऑपरेशन

मेडिकल कालेज में नवीन तकनीकयुक्त आपरेशन थियेटर तैयार हैं। इमरजेंसी समेत कुल छह आपरेशन थियेटर से मरीजों को आपरेशन की सुविधा देने की योजना है। जिसके लिए कालेज में छह एनेस्थेटिक वर्क स्टेशन भी पहुंच गए है। पर अब तक वर्क स्टेशन पहुंचने के बावजूद आपरेशन नहीं होना चिता का विषय है।

कोरोना संक्रमित गर्भवतियों का होता था प्रसव, सामान्य मरीजों को भी दरकार

कोरोना काल में मेडिकल कालेज के अधीन बेस अस्पताल को कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किया गया था। यहां ओपीडी, आइपीडी, इमरजेंसी, आपरेशन समेत सभी सेवाएं बंद थी। मात्र कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा था। दूसरी लहर समाप्त होने के बाद धीरे-धीरे ओपीडी फिर इमरजेंसी और आइपीडी संचालित हुई। हालांकि कोरोना काल में कोविड गर्भवतियों के प्रसव होने से राहत मिली, लेकिन अब तक सामान्य मरीजों का न ही आपरेशन शुरू हो सका और न ही प्रसव की सुविधा मिल रही है।

अस्पताल में छह वर्क स्टेशन पहुंच चुके हैं। आपरेशन और प्रसव शुरू करने की तैयारी की जा रहीं हैं, जल्द ही सेवाएं संचालित की जाएंगी।

- डा. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य, मेडिकल कालेज

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