अल्मोड़ा के सल्ट में लोहारकोट गाव बेकाबू वनाग्नि से घिरा

अल्मोड़ा जिले के सल्ट विकासखंड में वनाग्नि से हालात बिगड़ने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 10:53 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 10:53 PM (IST)
अल्मोड़ा के सल्ट में लोहारकोट गाव बेकाबू वनाग्नि से घिरा
अल्मोड़ा के सल्ट में लोहारकोट गाव बेकाबू वनाग्नि से घिरा

संस, मानिला (अल्मोड़ा): सल्ट विकासखंड में वनाग्नि से हालात बिगड़ने लगे हैं। एक के बाद एक जंगलात धधकने से लाखों की वन संपदा खाक हो गई है। इधर, जंगल की आग सकनणा ग्रामपंचायत के लोहारकोट तोक तक पहुंच गई। घरों के करीब विकराल लपटों से बचने को ग्रामीण रातभर आग से जूझते रहे। तड़के पूरा गांव धुएं की आगोश में आ गया।

सकनणा ग्राम पंचायत के स्वाणखेत तोक के बाद बीते बुधवार देर रात जंगल से उठी लपटों ने लोहारकोट गांव को घेर लिया। आबादी के बीच मवेशियों के लिए जमा किए गए घास के 35 लूटे चपेट में आने से हालात और विकट हो गए। आग की तपिश से लोग घरों से बाहर भाग निकले। आसमान छूती लपटों से मकानों व गोशालाओं को बचाने के लिए महिला पुरुष व बच्चे डिब्बों में पानी भर कर रातभर आग पर काबू पाने को जुटे रहे। तड़के आग खुद ही बुझ गई, मगर राख व कोयले के ढेरों ने गांव की तस्वीर ही बदलकर रख दी थी। गांव वालों ने बताया कि मिलजुल कर आग को न रोका जाता तो पुराने मकानों के लिए खतरा बढ़ सकता था। उधर अब तक सुरक्षित स्याल्दे के झिझाकोट की पहाड़ी भी जल उठी है। आग ने हाईवे की ओर खदेड़े वन्यजीव

संस, रानीखेत : जंगल की आग ने वन्यजीवों को हाईवे की ओर खदेड़ दिया है। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से सटे थुवा के जंगल के ऐसे हिसक जीवों को सड़क पर देखकर इन दिनों वाहन चालक भी असहज हो रहे हैं। इससे दुर्घटना का खतरा भी दोगुना बढ़ गया है। गुरुवार को अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर रानीखेत पुल के समीप चार-चार के झुंड मे घुरड़ के स्टेट हाईवे के करीब तक आ जाने से वहां लोगों की भीड़ जुट गई। आवाजाही करने वाले भी जंगली घुरड़ के झुंड को देखने जुट रहे है। जंगलों में सब कुछ नष्ट होने के बाद अब जंगली जानवर भोजन की तलाश व प्यास बुझाने के लिए कोसी नदी तक पहुंच रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने जंगली जानवरों की सुरक्षा को ठोस उपाय किए जाने की माग वन विभाग से की है।

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