लाखों खर्चने के बावजूद नहीं हो पा रही सिंचाई

पर्वतीय क्षेत्रों में विभाग के हाल अजब गजब है। लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद सिंचाई नहर से काश्तकारों को पानी नहीं मिल पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 11:26 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 11:26 PM (IST)
लाखों खर्चने के बावजूद नहीं हो पा रही सिंचाई
लाखों खर्चने के बावजूद नहीं हो पा रही सिंचाई

संवाद सहयोगी, रानीखेत : पर्वतीय क्षेत्रों में विभाग के हाल अजब गजब है। लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद सिंचाई नहर से काश्तकारों को पानी ही उपलब्ध नहीं हो पा रहा जिस कारण किसानों में आक्रोश व्याप्त है। पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों ने तत्काल नहर में पानी चलाए जाने की पुरजोर माग उठाई है।

ब्लॉक के गैरड़ गाव में काश्तकारों के खेतों तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए लाखों रुपये की लागत से नहर का निर्माण किया गया। मकसद था गाव में मटर, मिर्च, गोभी समेत अन्य सब्जियों की पैदावार को समुचित मात्रा में किसानों के खेतों तक पानी उपलब्ध हो सके लेकिन लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाया। किसानों का कहना है कि जब कच्ची नहर थी तब हजारों रुपये की मटर, गोभी, शिमला मिर्च बाजार में बेच देते थे लेकिन अब सिंचाई के लिए पानी ही नही मिल रहा है। लगभग तीन किलोमीटर लंबी नहर में धनराशि खर्च कर दी गई पर पानी न होने से किसानों के खेत सूख रहे हैं। जिससे काश्तकारों में गहरा रोष व्याप्त है।

ग्राम प्रधान ललित मोहन सहित कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जब से नहर बनी है तब से आज तक पानी ही उपलब्ध नहीं हो सका है, पहले कच्ची नहर से सिंचाई के लिए समुचित पानी उपलब्ध हो जाता था पर जब से लाखों रुपये खर्च कर नहर बनाई गई है तब से किसानों को पानी की नहीं मिल रहा। काश्तकारों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सिंचाई लिए पानी उपलब्ध नहीं कराया गया तो आदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।

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