एक भी पुल धराशाई हुआ तो थम जाएगी रफ्तार

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर खस्ता हालत में पहुंच चुके कई पुल बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 09:32 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 09:32 PM (IST)
एक भी पुल धराशाई हुआ तो थम जाएगी रफ्तार
एक भी पुल धराशाई हुआ तो थम जाएगी रफ्तार

संवाद सहयोगी,रानीखेत : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर खस्ता हालत में पहुंच चुके कई पुल बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहे है। बावजूद कोई सुधलेवा नहीं है। बीते दिनो क्वारब पुल के बीचों बीच से गिरा चार मीटर का हिस्सा खतरे को दर्शा रहा है।

हाईवे पर करीब पाच से ज्यादा पुल वाहनों में ओवरलोड के चलते जर्जर हालत में पहुंच चुके हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर बने पुले 16.5 टन वजन में पास है यहीं नहीं महत्वपूर्ण रानीखेत पुल भी इसी वजन के हिसाब से तैयार किया गया। परंतु मानकों को ताक पर रख धड़ल्ले से कई टन वजनी वाहन दो से तीन गुना अधिक माल लादकर इन पुलों पर दौउ़ रहे हैं। मुनाफे के फेर में नियमों की अनदेखी हो रही है पर विभाग आखें मूंदे बैठा है।

बीते दिनों क्वारब क्षेत्र में कोसी नदी पर बने पुल के बीचों बीच करीब चार मीटर हिस्सा नदी में जा गिरा। संयोगवश बड़ा हादसा टल गया। पुल पर अभी भी कई जगह भूधंसाव बना हुआ है, वहीं कई अन्य पुल भी खतरे की जद में है। बावजूद कोई सुध लेने वाला नहीं है और न ही ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाया जा रहा है। यही हाल रहा तो बड़ी दुर्घटना सामने आ सकती है। वहीं कोई भी पुल के धराशाई होने पर कई दिनों तक आवाजाही ठप होने की संभावना भी बनी हुई है।

============

::::: वर्जन

हाईवे पर नए पुल भी प्रस्तावित है। पर उनके निर्माण में एक से डेढ़ वर्ष का समय लगेगा। फिलहाल पुराने पुलों की सुरक्षा को ठोस कदम उठाए जाएंगे। प्रशासन से पुलों पर ओवरलोड रोकने के लिए पत्राचार करेंगे।

- एमसी जोशी, सहायक अभियंता एनएच।

====

chat bot
आपका साथी