आशा कार्यकर्ताओं में बढ़ रहा आक्रोश
कोविड ड्यूटी के दौरान तय मासिक भत्ते का भुगतान करने राजकीय कर्मचारी घोषित करने समेत 11 सूत्रीय समस्याओं के निदान की मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का कार्यबहिष्कार गुरुवार को 11 वें दिन भी जारी रहा। कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में एकत्रित होकर राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : कोविड ड्यूटी के दौरान तय मासिक भत्ते का भुगतान करने, राजकीय कर्मचारी घोषित करने समेत 11 सूत्रीय समस्याओं के निदान की मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का कार्यबहिष्कार गुरुवार को 11 वें दिन भी जारी रहा। कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में एकत्रित होकर राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। वहीं कार्यबहिष्कार के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का सर्वे नहीं हो पाया है। धरने पर संगठन की प्रांतीय सचिव आनंदी महरा, ब्लॉक अध्यक्ष ममता तिवारी, विजय लक्ष्मी, मीना देवी, पुष्पा कनवाल, जानकी कांडपाल, पुष्पा कनवाल, अनीता बिष्ट, तुलसी देवी, हेमा गुरुरानी आदि मौजूद रहे।
द्वाराहाट : आशा कार्यकर्ताओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में धरना दिया। इस दौरान लीला बिष्ट, बीना देवी, गंगा जोशी, चंपा अधिकारी आदि मौजूद रहे। कहा कि जल्द सुध नहीं ली गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
रानीखेत : नागरिक चिकित्सालय में भी आशाएं कार्यबहिष्कार पर डटी रहीं। उन्होंने राज्य सरकार पर हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। नंदी खाती, शोभा पंत, मीना आर्या, कुसुमलता जोशी व शांति रावत आदि मौजूद रहे।
स्याल्दे : 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता धरने पर डटीं रही। अब तक समस्याओं का निदान नहीं होने पर कार्यकर्ताओं में रोष देखा गया। सरस्वती देवी, मंजू देवी, हंसी देवी, विमला देवी व राधा देवी धरने पर बैठीं।
भिकियासैंण : राजकीय कर्मचारी का दर्जा देने समेत अन्य मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता 11 वें रोज भी कार्यबहिष्कार पर अडिग रहीं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में हंसी असनोड़ा, निर्मला भंडारी, अनीता नेगी, किरन, सरस्वती आदि ने धरना दिया।