पूर्व विधायक ने दिया आंदोलन को समर्थन
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पिछले पांच महीनों से वेतन न मिलने और आल्पस फैक्ट्री के संचालन की
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पिछले पांच महीनों से वेतन न मिलने और आल्पस फैक्ट्री के संचालन की मांग को लेकर बुधवार को भी कर्मचारियों का धरना जारी रहा। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पर शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे।
कुमाऊं की सबसे पुरानी दवा कंपनी आल्पस के अघोषित रूप से बंद होने के बाद से फैक्ट्री में कार्य करने वाले सैंकड़ों कर्मचारी इन दिनों गांधी पार्क में धरना देकर कंपनी के संचालन, पांच माह को वेतन देने, ईपीएफ की धनराशि जमा करने की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा जानबूझकर कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि वह सालों से कंपनी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इसी से वह अपने परिवार का पालन पोषण भी कर रहे हैं। लेकिन प्रबंधन द्वरा कंपनी का संचालन बंद कर अब उनके पेट पर लात मारने का काम किया है। जिसे वह किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। इधर बुधवार को पूर्व विधायक मनोज तिवारी भी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने कर्मचारियों के आदोलन का जायज ठहराते हुए इसके लिए कड़ा संघर्ष करने की बात कही। धरना सभा के दौरान वक्ताओं ने सरकार से कंपनी को अपने संरक्षण में लिए जाने और दोषी प्रबंधकों की शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग उठाई। धरना सभा में पूरन रौतेला, त्रिलोचन जोशी, पंकज वर्मा, रॉबिन भंडारी, सुंदर लटवाल, रातू गिरि, जीवन मेहरा, रमेश उप्रेती, संगीता पटेल, सरोज राणा समेत अनेक कर्मचारी मौजूद रहे।