मेडिकल कालेज से दो दिन में पांच मरीज रेफर

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: 135 डाक्टरों की 45 फैकल्टी वाले मेडिकल कालेज में उपचार के बावजूद अल्मोड़ा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 02:48 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 02:48 PM (IST)
मेडिकल कालेज से दो दिन में पांच मरीज रेफर
मेडिकल कालेज से दो दिन में पांच मरीज रेफर

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: 135 डाक्टरों की 45 फैकल्टी वाले मेडिकल कालेज में उपचार के बावजूद अल्मोड़ा में मरीजों को बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का दंश झेलना पड़ रहा है। मेडिकल कालेज से सांस रोग और पेट की समस्या जैसी छोटी बीमारी से ग्रसित दो मरीजों को भी मेडिकल कालेज से रेफर किया गया। दो दिनों में ही पांच से अधिक मरीजों को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी के लिए रेफर किया जा चुका है। जिससे मरीजों को फिलहाल तो मेडिकल कालेज की सुविधाएं मिलती नहीं दिखाई दे रहीं हैं।

सरकार ने पहाड़ों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अल्मोड़ा में मेडिकल कालेज को स्वीकृति दी। यहां करोड़ों की इमारतें तैयार हुईं। आक्सीजन जनरेशन प्लांट, एनआइसीयू, पीआईसीयू, वायरोलाजी लैब आदि स्थापित किए गए। जल्द ही एनएमसी के निरीक्षण होने की आस के साथ यहां कक्षाओं के संचालन को हरी झंडी का भी इंतजार है। कालेज में कुल 45 फैकल्टी में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, सीनियर रेजीडेंट, जूनियर रेजीडेंट समेत कुल 135 डाक्टर तैनात हैं। इसके बाद भी पहाड़ों में अब तक मरीजों को बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं का दंश झेलना मजबूरी बन गया है। शुक्रवार की सुबह पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग निवासी दरबान सिंह मेहरा को परिजन उपचार के लिए अल्मोड़ा मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे। सुबह से यहां विभिन्न जांचों के बाद मरीज में आंत की समस्या निकली। जिसके बाद उसे काफी पेट दर्द के बीच हल्द्वानी रेफर करना पड़ गया। ये मरीज हुए रेफर

दो दिनों में सांस रोग से ग्रसित पनुवानौला निवासी दीवान सिंह, बागेश्वर जिला निवासी गर्भवती ज्योति देवी पत्नी रमेश सिंह, करबला निवासी जगदीश, न्यूरो संबंधित बीमारी से ग्रसित सोमेश्वर निवासी हरीश राम को एसटीएच हल्द्वानी रेफर किया गया। रेफर मरीजों के परिजनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्वास्थ्य असुविधाओं के लिए मरीजों में आक्रोश भी रहा।

रेफर मरीज अल्मोड़ा के साथ बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के भी

पहाड़ों का केंद्र माने जाने वाले अल्मोड़ा में मेडिकल कालेज स्थापित कर यहां बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चम्पावत जिलों के लोगों के लिए भी बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की योजना थी। तीनों जिलों का रेफरल केंद्र अल्मोड़ा है। जिसके चलते इन जिलों से काफी संख्या में मरीज उपचार को पहुंचते हैं। शुक्रवार को रेफर होने वाले में एक बागेश्वर और एक पिथौरागढ़ जिले के मरीज भी थे। मेडिकल कालेज होने के बाद भी एसटीएच मरीजों को रेफर होना बड़ी समस्या है। इमरजेंसी में पांच और आइपीडी में मात्र तीन मरीज हैं भर्ती

250 से अधिक बेड वाले मेडिकल कालेज में शुक्रवार की सुबह मात्र नौ मरीज भर्ती रहे। जिसमें से एक मरीज को रेफर कर दिया गया। जबकि दोपहर तक सिर्फ आठ भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा था। इसमें से आईपीडी में मात्र तीन और पांच मरीज इमरजेंसी में भर्ती किए गए हैं। इससे पूर्व अन्य मरीज गुरवार की देर रात तक रेफर हो चुके हैं। रेफर होने वाले मरीज सर्जीकल केस के हो सकते हैं, फिलहाल आपरेशन नहीं हो रहे हैं। अन्य मरीजों को यहां सुविधाएं मुहैया करवाई जा रहीं हैं।

- डा. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा

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