नई तकनीक से खेती व आजीविका संवारें किसान: प्रियंका

पर्वतीय खेती को संवार किसानों की खुशहाली को जनपद में पोषण वाटिका महा अभियान शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 05:05 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 05:05 PM (IST)
नई तकनीक से खेती व आजीविका संवारें किसान: प्रियंका
नई तकनीक से खेती व आजीविका संवारें किसान: प्रियंका

संस, अल्मोड़ा: पर्वतीय खेती को संवार किसानों की खुशहाली को जनपद में 'पोषण वाटिका महाअभियान' शुरू हो गया है। कृषि विशेषज्ञों ने नई विज्ञानी तकनीक अपनाने पर खास जोर देते हुए खेती को व्यवसाय से जोड़ आय बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। साथ ही कृषकों को उन्नत बीज व जैवउर्वरक व इसी पर आधारित नैनो यूरिया किट भी वितरित किए गए।

मटेला (हवालबाग ब्लॉक) में कृषि विज्ञान केंद्र व इफको के संयुक्त तत्वावधान में महाभियान का श्रीगणेश मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह ने किया। उन्होंने किसान हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से रू ब रू कराया। नवीनतम तकनीक का उपयोग कर बेहतर उत्पादन के गुर भी बताए। ताकि कृषक आय बढ़ा सकें। प्रभारी अधिकारी डा. अमरेश सिरोही ने पोषण वाटिका, संतुलित आहार व पौधारोपण का महत्व बताया। उन्होंने किसानों से मोटे अनाज की पैदावार बढ़ाने तथा केंद्र की ओर से दी जाने वाली मदद की जानकारी दी। वरिष्ठ विज्ञानी डा. उमा नौलिया ने कहा कि किसान खेती व पशुपालन से आजीविका में सुधार ला सकते हैं। 110 किसानों को नींबू के पौधे भी बांटे गए।

नैनो तरल हर लिहाज से फायदेमंद: विनोद

क्षेत्रीय अधिकारी इफको विनोद कुमार जोशी ने नए उत्पाद मसलन जैव उर्वरक, जल विलेय उर्वरक आदि के लाभ व उपयोग विधि बताई। बताया कि नैनो यूरिया तरल दुनिया में इफको ने किया है। 500 एमएल 20 नाली यानि एक एकड़ कृषि क्षेत्र के लिए पर्याप्त होता है। जैविक आधारित यह तरल पर्यावरण व सेहत के लिहाज से भी सुरक्षित है। किसानों के लिए लाभकारी भी। उन्होंने खड़ी फसल में दो से चार एमएल प्रति लीटर पानी में घोल स्प्रे की तकनीक भी समझाई। प्रगतिशील किसान हीरा सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान हेमा देवी, डा. राकेश मेर, डा. राजेश कुमार ने भी विचार रखे।

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