अल्मोड़ा जिले की बिजली, पानी व संचार सेवाएं ध्वस्त

अल्मोड़ा जिले में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। बारिश से बिजली पानी व संचार सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई है। जिले की कुल 17 सड़कें बंद हो गई हैं। आपदा की घटनाओं में सात मवेशियों की भी मौत हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:25 PM (IST)
अल्मोड़ा जिले की बिजली, पानी व संचार सेवाएं ध्वस्त
अल्मोड़ा जिले की बिजली, पानी व संचार सेवाएं ध्वस्त

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : जिले में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। बारिश से बिजली, पानी व संचार सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई है। जिले की कुल 17 सड़कें बंद हो गई हैं। आपदा की घटनाओं में सात मवेशियों की भी मौत हो गई है। भारी बारिश के कारण व्यवस्था सुचारू करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं।

बारिश से मंगलवार सुबह से ही मुख्यालय साहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप रही। मुख्यालय में चार बिजली के पोल गिर गए। जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बिजली गुल होने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। विद्युत आधारित उद्योग पूरे दिन ठप रहे। व्यवसाइयों को खासा नुकसान उठाना पड़ा। वहीं संचार व्यवस्था भी धड़ाम हो गई है। बीएसएनएल सहित निजी कंपनियों की सेवाएं दिनभर बाधित रही। लोग इधर-उधर काम के लिए भटकते रहे। सरकारी विभागों में भी कुछ काम नहीं हो पाया। पेयजल व्यवस्था भी बाधित ही रही। कोसी नदी में सिल्ट आने से पानी टैंकों में लिफ्ट नहीं किया जा सका। जिससे बरसात के बीच लोग जान हथेली पर रखकर पानी के लिए नौलों-धारों की शरण में दिखाई दिए।

अल्मोड़ा जिले में 196 मकान क्षतिग्रस्त

अल्मोड़ा : जिले में पिछले 48 घटों से बारिश का दौर जारी है। बारिश से जैंती, लमगड़ा, भैसियाछाना, धौलादेवी, रानीखेत, ताड़ीखेत, द्वाराहाट, भिकियासैंण, सल्ट, चौखुटिया ब्लाकों में भारी तबाही मची है। चार मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। जबकि 51 मकानों को काफी क्षति पहुंची है। इसके अलावा 151 मकानों का आंशिक नुकसान हुआ है। बारिश से लोग डरे सहमे हुए है। जिनके मकान ज्यादा क्षतिग्रस्त हुए है, वह रिश्तेदारों या पड़ोसियों के घरों में शरण लिए हुए है। प्रशासनिक मशीनरी सरकारी भवनों में पीड़ित परिवारों को सुरक्षित रखने की योजना बना रही है। प्रशासन के आला अधिकारी लगातार घटनास्थलों का निरीक्षण कर रहे हैं। जहा भी सूचना मिल रही है, वहा राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे है। लगातार हो रही बारिश से राहत कार्य काफी धीरे चल रहा है। जिससे दिक्कतें कम होने के बजाय बढ़ रही है। जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि राहत कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। पीड़ितों को हरसंभव मदद की जाएगी।

नदिया उफान में, सतर्कता बढ़ाई

अल्मोड़ा : भारी बारिश से रामगंगा, गोसी, गगास और सहायक नदियों, नालों का जलस्तर बढ़ गया। नदियों पूरे उफान पर है। पुलिस लोगों से नदी किनारे नहीं जाने की अपील कर रही है। जल पुलिस की भी तैनाती की गई है। वहीं नदियों के उफान से तटबंद टूट गए हैं, जिससे जलभराव की स्थिति आ गई। सोमेश्वर में कई घरों में पानी घुस गया। जिले की 17 सड़कें बंद होने से आवागमन प्रभावित

अल्मोड़ा : जिले को जोड़ने वाले एक राष्ट्रीय राजमार्ग, सात राज्य मार्ग व नौ ग्रामीण मार्ग बंद रहे। जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। दन्या, पनुवानौला, लोधिया, मोहान आदि जगहों में लोग फंसे हुए हैं। पुलिस ने कई जगहों पर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। घाट-पनार एनएच बंद होने से अल्मोड़ा को गाड़िया आने से दिक्कतें हो रही हैं।

सड़कें खोलने के लिए लगाई 61 लोडर मशीनें

अल्मोड़ा : जिले की विभिन्न सड़कों को खोलने के लिए 61 लोडर मशीनें लगाई गई हैं। जो विभिन्न मार्गों पर लगी हुई है। जहा भी मलबा आ रहा है, वहा प्राथमिकता से सड़क खोली जा रही है। ताकि राहत व बचाव कार्य में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना आ सके।

बारिश अल्मोड़ा जिला

अल्मोड़ा 217.6 मिमी

रानीखेत 165 मिमी

द्वाराहाट 184 मिमी

चौखुटिया 158 मिमी

सोमेश्वर 140 मिमी

भिकियासैंण 154 मिमी

जागेश्वर 176 मिमी

ताकुला 230 मिमी

शीतलाखेत 189 मिमी

सल्ट 172 मिमी

भैसियाछाना 182 मिमी पानी का स्तर

कोसी बैराज 1130.50 मिमी

छोड़ा गया 921.95 क्यूसेक

रामगंगा जलस्तर 921.85 मीटर

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