मजदूरों के हित में बनें कारगर योजनाएं

अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मजदूरों के संघर्षो को याद करते हुए उनके हित में कारगर योजनाएं बनाने पर जोर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sat, 01 May 2021 10:59 PM (IST)
मजदूरों के हित में बनें कारगर योजनाएं
मजदूरों के हित में बनें कारगर योजनाएं

संस, अल्मोड़ा : अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मजदूरों के संघर्षो को याद करते हुए उनके हित में कारगर योजनाएं बनाने पर जोर दिया गया। कोरोनाकाल में मजदूरों की दयनीय हालत पर चिता व्यक्त करते हुए उन्हें आíथक पैकेज देने की मांग उठाई गई। साथ ही उन्हें मनरेगा आदि कार्यों में अधिकाधिक संख्या में जोड़ने पर बल दिया गया।

उत्तराखंड लोक वाहिनी की वर्चुअल बैठक में वक्ताओं ने कहा कोरोना महामारी के कारण सबसे अधिक मजदूर वर्ग प्रभावित हुआ है। उनके बच्चों की पढ़ाई चौपट हो गई। बैठक मे बंधुवा मुक्ति मोर्चा के संयोजक व बाल श्रम निवारण समिति के सदस्य दयाकृष्ण कांडपाल ने कहा कि श्रम कानूनों के तहत सौ दिन का रोजगार नहीं मिलने से श्रमिकों का श्रम कार्ड नहीं बन पा रहा है। वह सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, कितु पेचीदा नियम उनके परिचय पत्र के नवीनीकरण में बाधक बन रहे हैं। बैठक की अध्यक्षता एडवोकेट जगत रौतेला व संचालन पूरन तिवारी ने किया। बैठक में जंगबहादुर थापा, अजय मित्र बिष्ट, कुणाल तिवारी, रेवती बिष्ट, विशनदत्त जोशी, हरीश मेहता, मोहम्मद हारिस, शमशेर गुरुंग आदि मौजूद रहे।

इधर परिवर्तन पार्टी ने भी कार्यालय में गोष्ठी कर श्रमिकों के हित में लाभकारी निर्णय लिए जाने पर जोर दिया। केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल से श्रमिक परेशान हैं, लेकिन तब से अब तक एक साल का समय बीत चुका है, सरकार की ओर से हित में कोई कल्याणकारी नीति तैयार नहीं की गई है। इस मौके पर अनेक पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।

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श्रमिक हित में संघर्ष तेज करेंगे जनवादी संगठन

अल्मोड़ा : सेंट्रल ऑफ ट्रेड यूनियन, किसान सभा व अन्य जनवादी संगठनों मई दिवस पर शारीरिक दूरी के मानकों के तहत बैठक कर श्रमिक आंदोलन में शहीद हुए लोगों को याद करते हुए नमन किया। साथ ही संकल्प लिया कि मजदूरों की कुबानी को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा।

वक्ताओं ने कहा पिछले एक साल से मजदूर और किसान अलग-अलग स्तर पर सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं, लेकिन सरकार हठधर्मिता अपना रही है। कहा गया कि यदि जल्द मजदूरों के हित में सकारात्मक निर्णय नहीं लिए गए तो जनवादी संगठन संघर्ष तेज करने को बाध्य होंगे। श्रमिकों के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में सीटू के आरपी जोशी, किसान सभा के दिनेश पांडे, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की सुनीता पांडे व नौजवान सभा के स्वप्निल पांडे शामिल मौजूद रहे।

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