संयुक्त युद्धाभ्यास देगा दीर्घकालीन परिणाम

संवाद सहयोगी, रानीखेत : रक्षा सहयोग, सामरिक संबंधों व वैश्विक आतंकवाद की चुनौती के ख

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 10:54 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 10:54 PM (IST)
संयुक्त युद्धाभ्यास देगा दीर्घकालीन परिणाम
संयुक्त युद्धाभ्यास देगा दीर्घकालीन परिणाम

संवाद सहयोगी, रानीखेत : रक्षा सहयोग, सामरिक संबंधों व वैश्विक आतंकवाद की चुनौती के खात्मे को भारत व अमेरिका का 14वें 'संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास-2018' पर दुनिया की नजर टिकी है। इसे हर लिहाज से खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासतौर पर संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) के चार्टर पर आधारित विश्व शांति को चलाए जाने वाले विभिन्न ऑपरेशनों के लिए यह दीर्घकालीन परिणाम देगा। इससे उत्साहित अमेरिकी सैन्य कमांडर विलियम ग्राहम ने कहा, विश्व की दो महानतम सेनाओं को एक दूसरे से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा।

अमेरिकी सैन्य कमांडर विलियम ने भारतीय व यूएस आर्मी को विश्व की महान सेना की संज्ञा देते हुए कहा, यह युद्धाभ्यास आने वाले दौर में एक बेहतर परिणाम देगा। खासतौर पर आतंकवाद का सफाया कर विश्व शांति कायम करने में दोनों गणतांत्रिक देश एक मंच पर व ऑपरेशन में एक दूसरे की मदद से मुहिम को अंजाम तक पहुंचाएंगे।

======================

जमीनी जंग में भारत को पूरा ज्ञान व विशेषज्ञता : लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा

= चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बोले- भविष्य में इंफेंट्री के साथ अब मैक्नाइज्ड होगा युद्धाभ्यास

रानीखेत : भारतीय सेना के चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ (मध्य कमान लखनऊ) लेफ्टिनेंट जनरल जेके शर्मा ने कहा, भारत की फौज जमीनी जंग में माहिर ही नहीं बल्कि उसे बेहतर ज्ञान व विशेषज्ञता भी हासिल है। कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) की गाइडलाइन के तहत भारत व अमेरिकी फौज संभावित ऑपरेशन में और बेहतर कर दिखाएंगे। साथ ही भविष्य में युद्धाभ्यास को और वृहद स्तर पर मसलन इंफेंट्री के साथ मैक्नाइज्ड भी किया जा सकता है।

चौबटिया छावनी क्षेत्र में मंगलवार को संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास के तहत 'कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन' का जायजा लेने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने कहा, भारतीय व अमेरिकी सेना के संयुक्त युद्धाभ्यास का मुख्य उद्देश्य बेहतर अनुभव, अभ्यास व ऑपरेशन को साझा करना है। इससे देश व सेना को बड़ा दीर्घकालिक लाभ पहुंचेगा। दोनों देशों के सैन्य विशेषज्ञ व सेना आगे संयुक्त ऑपरेशन को बेहतर ढंग से अंजाम दे सकेंगे। खासतौर पर यूएनओ चार्टर मैंडेड पर आधारित ऑपरेशन में हिस्सा लेना है। इस मौके पर मेजर जनरल (सेना मेडल) कवींद्र सिंह, ब्रिगेड कमांडर विजय काला, डिप्टी कमांडर दलविंदर सिंह आदि भी मौजूद रहे।

==============

वर्ष 2009 में उतारी थी मैक्नाइज्ड बटालियन

चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल जेके शर्मा ने यह भी कहा कि वर्ष 2009 के संयुक्त युद्धाभ्यास में भारत की मैक्नाइज्ड इंफेंट्री बटालियन व अमेरिका की स्ट्राइकर बटालियन भी शामिल रही थी। मगर यूएनओ के चार्टर में केवल जमीनी जंग को ही शामिल किया गया है। मगर संकेत दिए कि समय आने पर मैक्नाइज्ड, जल व वायु सेना को भी युद्धाभ्यास का हिस्सा बनाया जा सकता है।

====================

कारडन एंड सर्च ऑपरेशन में मार गिराए आतंकी

= गांव को घुसपैठियों से मुक्त कराने की सैन्य तकनीक का प्रदर्शन

रानीखेत : चौबटिया सैन्य छावनी क्षेत्र में भारत व अमेरिका का संयुक्त युद्ध अभ्यास मुकाम की ओर बढ़ गया है। 'कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन' के जरिये भारतीय जांबाजों ने जमीनी जंग में अपनी विशिष्ट युद्ध तकनीक दमदार प्रदर्शन किया। आतंकियों की घुसपैठ के बाद नागरिकों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाने के बाद घरों में घुसे आतंकी मार गिराए गए। बाद में अमेरिकी सैनिकों ने भी इसी ऑपरेशन को दोहराया।

भारतीय सेना की 15-गढ़वाल राइफल्स (एफटीएक्स बटालियन) व 1/23 अमेरिकी इंफेंट्री बटालियन ने मंगलवार को संयुक्त युद्ध अभ्यास के तहत 'कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन' का अभ्यास किया। एक गांव में आतंकियों की घुसपैठ की पुख्ता सूचना पर भारतीय सैनिकों ने ऑपरेशन शुरू किया। तीन दिशाओं से घेराबंदी करने के बाद ग्रामीणों को हटा दिया गया। फिर एक-एक कर पांच घरों में छिपे आतंकियों का कामतमाम कर ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचा अपने रणकौशल, युक्ति व जमीनी जंग की तकनीक प्रदर्शित की। अमेरिकी सैन्य कमाडर मेजर जनरल विलियम ग्राहम ने बगैर नागरिकों व खुद को नुकसान पहुंचाए भारतीय जांबाजों की कार्रवाई के तरीके की दाद दी। अगले चरण में भारतीय व अमेरिकी सैनिक विभिन्न अभियानों के लिए संयुक्त डेमो देंगे। बताते चलें कि पहाड़ी क्षेत्रों के घने जंगलों के बाद अगला संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास-2019 में देश से बाहर रेगिस्तानी इलाकों में चलेगा।

chat bot
आपका साथी