लैप्रोसी मिशन की भूमि व भवन की खरीदफरोख्त पर प्रतिबंध

अल्मोड़ा में कुष्ठ रोगियों के इलाज को बने लैप्रोसी मिशन का जिन्न फिर बाहर आ गया है। ब्रितानी दौर की संपत्ति को खुर्दबुर्द व उसे कोविड हॉस्पिटल या सेंटर बनाने की कथित योजना पर आपत्ति के बाद डीएम ने जांच बैठा दी है। तथ्यों की तहकीकात कर एसडीएम से विस्तृत आख्या देने को कहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 06:29 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 06:29 PM (IST)
लैप्रोसी मिशन की भूमि व भवन की खरीदफरोख्त पर प्रतिबंध
लैप्रोसी मिशन की भूमि व भवन की खरीदफरोख्त पर प्रतिबंध

संस, अल्मोड़ा : कुष्ठ रोगियों के इलाज को बने लैप्रोसी मिशन का जिन्न फिर बाहर आ गया है। ब्रितानी दौर की संपत्ति को खुर्दबुर्द व उसे कोविड हॉस्पिटल या सेंटर बनाने की कथित योजना पर आपत्ति के बाद डीएम ने जांच बैठा दी है। तथ्यों की तहकीकात कर एसडीएम से विस्तृत आख्या देने को कहा है। वहीं जांच पूरी होने तक संपत्ति की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

डीएम नितिन सिंह भदौरिया के अनुसार द लैप्रोसी मिशन हॉस्पिटल व होम करबला, अल्मोड़ा मैथोडिस्ट चर्च ऑफ इंडिया, नॉर्थ रिजनल जोन बरेली के चैयरमैन आदि ने उत्तराखंड से बाहर के कुछ लोगों की ओर से इसे कोविड अस्पताल बनाए जाने संबंधी कथित योजना पर आपत्ति की जा रही है। उन्होने बताया कि हालांकि वर्तमान तक लैप्रोसी मिशन की भूमि व भवन आदि के मामले में प्रत्यक्ष तौर पर कोई अनियमितता सामने नहीं आई है। फिर भी मैथोडिस्ट चर्च ऑफ इंडिया ने संस्थान व उसकी भूमि को किसी अन्य प्रयोजन के लिए खरीदफरोख्त का स्थानीय स्तर पर विरोध की संभावना है। डीएम के मुताबिक लैप्रोसी मिशन की भूमि को खुर्दबुर्द किए जाने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए एसडीएम सीमा विश्वकर्मा को विस्तृत जांच आख्या देने के निर्देश दिए गए हैं। जांच पूरी होने पर द लैप्रोसी मिशन हॉस्पिटल करबाला की भूमि की खरीद फरोख्त पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरअसल, इससे पूर्व भी प्रशासन ने कमेटी गठित की थी। एसडीएम के स्तर से जांच की गई थी। इसमें खुलासा हुआ था कि सितंबर 2019 में लीज समाप्त होने के बाद नवीनीकरण नहीं किया गया है। तब एसडीएम ने जांच रिपोर्ट के साथ मिशन की भूमि व संपत्ति को अधिग्रहीत करने की संस्तुति दी थी।

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