प्रशासनिक कार्रवाई पर अल्मोड़ा में गुस्सा

मल्ला महल के संरक्षण कार्य पुरातत्व इकाई से कराने की मांग लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे पालिकाध्यक्ष व अन्य संगठनों के लोगों को हिरासत में लिए जाने पर नगर में उबाल आ गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 05:27 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 05:27 PM (IST)
प्रशासनिक कार्रवाई पर अल्मोड़ा में गुस्सा
प्रशासनिक कार्रवाई पर अल्मोड़ा में गुस्सा

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : मल्ला महल के संरक्षण कार्य पुरातत्व इकाई से कराने की मांग लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे पालिकाध्यक्ष व अन्य संगठनों के लोगों को हिरासत में लिए जाने पर नगर में उबाल आ गया। कार्रवाई से भड़के कांग्रेसी सड़क पर उतर आए। प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला फूंका। बाद में एसएसपी कार्यालय में भी धरना दिया गया। उधर अन्य क्षेत्रीय संगठनों ने भी मोर्चाबंदी तेज कर दी है।

कलक्ट्रेट में धरना देने पहुंचे पालिकाध्यक्ष व अन्य लोगों को हिरासत में लिए जाने की भनक लगते ही कांग्रेसी भड़क उठे। जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष तारा चंद्र जोशी के नेतृत्व में कार्यकर्ता गाधी पार्क पहुंच गए। जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कार्रवाई पर कड़ा रोष जताते हुए कहा कि ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण व पुरातत्व सर्वेक्षण इकाई की निगरानी में निर्माण कार्य कराए जाने की मांग को दबाने के लिए उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की जा रही है। चौघानपाटा में जिला प्रशासन का पुतला आग के हवाले करने के बाद कांग्रेसी एसएसपी कार्यालय जा धमके। वहां धरना दिया गया। इस मौके पर महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी, राधा बिष्ट, लीला जोशी, युकां जिलाध्यक्ष निर्मल रावत, भूपेंद्र भोज, वैभव पांडे, सभासद सचिन आर्या, सुमित कुमार, पंकज कांडपाल, ललित सतवाल, राजीव कर्नाटक, परितोष जोशी, दीपाशु पांडे, मंजुल मित्तल, धीरेंद्र गैलाकोटी, राजेंद्र बोरा, विपुल कार्की आदि मौजूद रहे।

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लोकतंत्र में बात रखने का सबको हक : रौतेला

उत्तराखंड लोकवाहिनी के वरिष्ठ नेता अधिवक्ता जगत रौतेला ने भी कार्रवाई को गलत करार दिया। कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने का सबको अधिकार है। सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।

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