अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने दिए दो दिन में आइसीयू सेंटर शुरू करने के निर्देश
अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते संक्त्रमण को देखते दो दिन में आइसीयू सेंटर शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते संक्त्रमण से प्रशासन सकते में आ गया है। डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने बैठक बुला जिले के चारों प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्क्रीनिंग व सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। ताकि चिह्नित कर संक्रमण की दर को कम किया जा सके। जिले में डायट के साथ ही सभी कोविड केयर सेंटरों को तत्काल दोबारा शुरू करने को कहा। डीएम ने जिला चिकित्सालय में दो दिन के भीतर आइसीयू सेंटर खोले जाने व पॉजिटिव लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के भी निर्देश दिए। कहा कि होम आइसोलेट मरीजों की नियमित मॉनिटरिंग व दवा किट उपलब्ध कराया जाए। फोन से समय-समय पर उनकी सेहत की जानकारी जुटाई जाए।
डीएम ने सोमवार को कलक्ट्रेट में स्वास्थ्य व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ मंथन किया। उन्होंने कुंभ ड्यूटी से लौटे कार्मिकों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के निर्देश दिए। साफ कहा कि लक्षण मिलने पर मरीजों को कतई होम आइसोलेशन की इजाजत न दी जाए। ईई ग्रामीण निर्माण विभाग नितिन पांडे को जिला चिकित्सालय में आइसीयू सेंटर को दो दिन के भीतर शुरू करा रानीखेत के इंटेंसिव केयर यूनिट को जल्द स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित करने के निर्देश दिए।
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ये सेंटर खुलेंगे दोबारा
ईटीसी हवालबाग व पीटीसी पातालदेवी, टीआरएच दुधोली द्वाराहाट, टीआरएच मोहान सल्ट, रिवर राफ्टिंग सेंटर भिकियासैंण, टीआरएच चिलियानौला रानीखेत, टीआरएच जलना व जागेश्वर।
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कुछ और वैक्सीनेशन सेंटर खोलें चिकित्साधिकारियों से कहा कि प्रशासनिक सहयोग को मैन पावर व अन्य संसाधन जुटाने को तत्काल संपर्क करें। साथ ही जिले में कोविड टीकाकरण में और तेजी लाने को कहा। 45 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों को चिह्नित कर टीकाकरण बढ़ाने को कुछ और वैक्सीनेशन सेंटर खोलने के निर्देश दिए। वहीं शारीरिक दूरी, मास्क व सेनिटाइजर का कड़ाई से अनुपालन को कहा।
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नियम तोड़ने वालों पर और सख्त कार्रवाई: कप्तान
एसएसपी पंकज भट्ट ने कहा कि संक्रमण से बचाव को बने नियम तोड़ने वालों पर और सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोरोना को हराने के लिए जागरूकता अभियान और तेज किए जाएंगे। सीडीओ नवनीत पांडे, सीएमओ डा.सविता ह्यांकी, एसीएमओ डा.योगेश पुरोहित, पीएमएस बेस चिकित्सालय डा.एचसी गड़कोटी, आपदा प्रबंधन अधिकारी राकेश जोशी, क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी वाइएस रावत, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनोहर लाल आदि मौजूद रहे।