पानी को लेकर जेई व ग्रामीण आमने-सामने

संवाद सहयोगी, रानीखेत : सर्दियों में पानी के संकट से अब ग्रामीणों का सब्र जवाब देने लगा है। पानी की

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 02:23 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 02:23 PM (IST)
पानी को लेकर जेई व ग्रामीण आमने-सामने
पानी को लेकर जेई व ग्रामीण आमने-सामने

संवाद सहयोगी, रानीखेत : सर्दियों में पानी के संकट से अब ग्रामीणों का सब्र जवाब देने लगा है। पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण की अवर अभियंता से तीखी नोकझोंक हो गई। गरमागरम बहस के बाद मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। अवर अभियंता ने ताड़ीखेत चौकी में प्राथमिकी दर्ज कराई। हालांकि बाद में आपसी बातचीत के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया।

मामला ताड़ीखेत ब्लॉक के सिमोली गाव का है। मुंबई में काम करने वाला दीपक ठाकुर मा की पुण्यतिथि पर सपरिवार गाव पहुंचा। पानी की किल्लत को देखते हुए उसने जल संस्थान से पानी के टैंकर मंगवाया। दीपक का कहना है कि विभाग में चार टैंकर पानी के लिए शुल्क भी जमा करा दिया गया। इसके बावजूद ठीक पुण्यतिथि के दिन पानी नहीं पहुंचा। जिस कारण उन्हें काफी फजीहत झेलनी पड़ी।

मंगलवार को दीपक ठाकुर की मुलाकात अवर अभियंता मनोज पाडे से हो गई। टैंकर को लेकर दोनों में बहस के बाद तीखी नोकझोंक हुई। अवर अभियंता के अपना पक्ष रखने पर दीपक ने अवर अभियंता की गाड़ी से चाबी निकाल ली। जिससे मामला बढ़ने लगा। स्थानीय लोगों ने बीचबचाव कर मामला शात कराया। बाद में अवर अभियंता ने ताड़ीखेत स्थित चौकी में दीपक के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। दीपक ठाकुर को कोतवाली बुलाया गया। जहा दोनों पक्षों के बीच बमुश्किल समझौता हुआ।

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गांवों में पानी की किल्लत भी पलायन का मुख्य कारण है। दीपक ठाकुर के अनुसार मां की पुण्यतिथि पर पूरा परिवार इकट्ठा था। मगर घर में पानी की बूंद नहीं। जल संस्थान से दो-तीन मिनट पानी उपलब्ध होता है ऐसे में अब गाव आने का क्या फायदा। पैसा खर्च कर पानी मंगवाना पड़ रहा है। दो टूक कहा कि अब वह गाव नहीं आएंगे इससे तो मुंबई ही अच्छा है।

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'विभाग के पास तीन टैंकर का तीन हजार रुपया जमा था। प्रशासन के निर्देश पर टैंकर दो दिन जनपदीय एथलेटिक्स के लिए भेजा गया था। जिस वजह से दीपक को पानी उपलब्ध नहीं कराया जा सका, लेकिन पुण्यतिथि के दिन टैंकर भेज दिया गया। सारा मामला समझाने के बाद कोतवाली में समझौता हो गया।

- मनोज पाडे, अवर अभियंता जल संस्थान'

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'घर पर माता जी की पुण्यतिथि थी। पूरा परिवार इकट्ठा था चार टैंकर मंगवा लिए थे, मगर पुण्य तिथि के पहले दिन पानी नहीं पहुंचा तो फजीहत झेलनी पड़ी। इसी गुस्से में बहस हो गई। अवर अभियंता पहचान के ही निकले। समझौता हो गया है।

- दीपक ठाकुर, निवासी सिमोली गाव'

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