Corona Warrior In Varanasi : युवा बने कोरोना योद्धा, घर-घर जाकर जांच रहे लोगों का स्वास्थ्य
Corona Worrier In Varanasi प्रशिक्षण के बाद इन युवाओं को थर्मामीटर नेबोलाइजर आक्सीमीटर सुगर मशीन ब्लड प्रेशर मशीन मेडिकल जांच उपकरण और सैनेटाइजर N-95 पीपीई किट ग्लब्स फेस मास्क शील्ड आदि होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करायी गयी है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की राह को रोकने के लिए वाराणसी में आशा ट्रस्ट ने युवाओं को प्रशिक्षित कर मेडिकल जांच उपकरण किट का वितरण किया है। संस्था की ओर से जानकारी दी गई कि प्रशिक्षित युवा स्वास्थ्य जांच के साथ कोरोना बचाव के लिये लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं।
मिर्जामुराद में कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए प्रधानमंत्री संसदीय क्षेत्र के अब दर्जनों युवा भी सामने आ रहे हैं। युवा लोगों के घरों तक जाकर उनकी स्वास्थ्य जांच करके उन्हें कोरोना और मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं। आशा ट्रस्ट और लोक समिति के द्वारा आराजी लाइन और सेवापुरी ब्लाक के 25 गांवों के 70 युवाओं को प्राथमिक स्वास्थ्य के प्रति प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण के बाद इन युवाओं को थर्मामीटर, नेबोलाइजर, आक्सीमीटर, सुगर मशीन, ब्लड प्रेशर मशीन, मेडिकल जांच उपकरण और सैनेटाइजर, N-95, पीपीई किट, ग्लब्स, फेस मास्क शील्ड आदि होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करायी गयी है।
पिछले दो माह से युवाओं का समूह उपकरण के साथ गांव -गांव और घर -घर जाकर लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कर रहे हैं। लोगों के अंदर से कोरोना का डर निकालने के साथ उन्हें कोरोना टीकाकरण, डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक कर रहे हैं। यह युवा अब तक हजारों लोगों को स्वास्थ्य जांच कर लाभ पहुंचा चुके हैं। ग्रामीणों की निःशुल्क सेवा करके युवाओं का समूह काफी उत्साहित भी नजर आते हैं।
सोमवार को प्रधानमंत्री के पहले सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर में इन युवाओं के साथ स्वास्थ्य प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जहां डा. जयप्रकाश पाल ने सभी युवाओं को स्वास्थ्य जांच उपकरण को इस्तेमाल करने की जानकारी दी।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में बहुत सारे ग्रामीण स्वास्थ्य जांच और इलाज के अभाव में अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिए थे। इसलिए गांव को युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वास्थ्य जांच उपकरण उपलब्ध कराया गया है। गाँवों में अगर कोई व्यक्ति बीमार होता है तो ये युवा पहले ग्रामीण स्तर पर उसकी प्राथमिक स्वास्थ्य जांच कर उसे बेहतर इलाज के लिये सुझाव देते हैं।
किसी मरीज को आक्सीजन की आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तुरंत आक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर उपलब्ध कराया जा रहा है। कोरोना काल में कोविड हेल्प सेन्टर के माध्यम से अबतक पांच हजार से ज्यादा लोगों को दवा दी जा चुकी है।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से डा. जेपी पाल, श्यामसुन्दर, सुनील, आशा, सोनी, अनीता, मनीष, विजय, परमतोष, पंचमुखी, मनीष, शिवकुमार, रामबचन, अमित, विजय, शमाबानो आदि लोग शामिल रहे।