विश्व परिवार दिवस : गाजीपुर में सौ से अधिक सदस्यों के परिवार ने कोरोना से खुद को रखा दूर,
गाजीपुर खानपुर क्षेत्र के नुरुद्दीनपुर में पूर्व ब्लाक प्रमुख स्व. अदालत यादव का परिवार अपने संयमित रहन-सहन और सात्विक खानपान से कोरोना संक्रमण को अपने परिजनों से कोसों दूर रखा है। एक सौ बारह सदस्यों वाला यह गांव के बाहर खुद एक छोटा सा गांव बसाकर रहता है।
गाजीपुर, जेएनएन। खानपुर क्षेत्र के नुरुद्दीनपुर में पूर्व ब्लाक प्रमुख स्व. अदालत यादव का परिवार अपने संयमित रहन-सहन और सात्विक खानपान से कोरोना संक्रमण को अपने परिजनों से कोसों दूर रखा है। एक सौ बारह सदस्यों वाला यह गांव के बाहर खुद एक छोटा सा गांव बसाकर रहता है। करीब सत्तर वोटरों वाला यह परिवार खेती-किसानी के साथ चिकित्सा, वकालत शिक्षा के साथ कई अन्य व्यवसाय में लगे हुए हैं।
परिवार के सबसे बड़े मुखिया पारसनाथ यादव कहते हैं कि परिवार बढ़ने के साथ सभी लोग अपने अपने जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हैं। जरूरत पड़ने पर एक दूसरे का भरपूर सहयोग करते हैं। परिवार में अदालत यादव के बीस साल तक सैदपुर का ब्लाक प्रमुख रहने के बाद परिवार के कंचन यादव भी दस साल तक गांव के ग्रामप्रधान रह चुके हैं। कृषि को मुख्य आधार मानकर परिवार अपने खानपान और योगाभ्यास में पूरी तरह व्यस्त रहता है। परिवार के लोग सुबह बच्चों को व्यायाम के साथ अखाड़े में कुश्ती मेहनत कराते हैं। परिवार के बच्चों को नशामुक्त रखने का पूरा प्रयास किया जाता है और उन्हें शिक्षा के साथ संस्कार की अनिवार्यता को बरकरार रखने की सीख दी जाती है। परिवार के विनोद यादव बताते हैं कि किसी भी आपदा दिक्कत या शादी-विवाह में सारा काम परिवार के लोग ही मिलजुल कर करते हैं।
संक्रमण से बचाव को होता है हर जतन
कोरोना संक्रमण का दौर आया तब सभी परिवार के लोगों ने मिलकर बाहर से आने वाले एकमात्र सड़क को बैरिकेडिंग से बंदकर साठ कमरों के मकान सहित अन्य घरों को सेनेटाइज किया। प्रतिदिन सुबह शाम सभी लोगों काढ़ा भाप के साथ बच्चों को साफ सफाई रखने की कोशिश की जाती थी। हर दो दिन पर दवा छिड़काव करने वाली मशीन से पूरे घर और आसपास की जगह को सेनेटाइज किया जाता है। परिवार की दर्जनों महिलाएं सभी बच्चों सहित पुरुषों का पूरा ख्याल रखती हैं। दर्जनों पालतू पशुओं को सुरक्षित रखने के लिए नियमित धुलाई और धुंआ के माध्यम से संक्रमण मुक्त रखा जाता है।