Womens Day 2021 : वाराणसी में शिव तांडव स्त्रोत करेंगी 1000 महिलाएं, गंगा किनारे निखरेगी आध्यात्मिक आभा

Womens Day 2021 शिव-शक्ति की नगरी काशी में विश्व महिला दिवस पर शिïव आराधना के स्वर गूंजेंगे। नारीशक्ति महादेव की आराधना को सुरों से सजाएंगी। इसके लिए देश भर से 1000 महिलाएं काशी आएंगी और गंगा तट पर शिव तांडव स्त्रोत की लयबद्ध प्रस्तुति करेंगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 06:30 AM (IST)
Womens Day 2021 : वाराणसी में शिव तांडव स्त्रोत करेंगी 1000 महिलाएं, गंगा किनारे निखरेगी आध्यात्मिक आभा
Womens Day 2021 शिव-शक्ति की नगरी काशी में विश्व महिला दिवस पर शिïव आराधना के स्वर गूंजेंगे।

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। Womens Day 2021 शिव-शक्ति की नगरी काशी में विश्व महिला दिवस पर शिïव आराधना के स्वर गूंजेंगे। नारीशक्ति महादेव की आराधना को सुरों से सजाएंगी। इसके लिए देश भर से 1000 महिलाएं काशी आएंगी और गंगा तट पर शिव तांडव स्त्रोत की लयबद्ध प्रस्तुति करेंगी। मुंबई की संस्था 'फाउंडेशन फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट इन एकेडमिक फील्ड की ओर से आठ मार्च की शाम पांच बजे असि घाट पर इसका आयोजन किया जाएगा। वहीं नौ मार्च को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह छह बजे महिलाएं शिव तांडव स्त्रोत की प्रस्तुति देंगी। इस दौरान अलौकिक, आध्यात्मिक संयोजन व शब्द प्रसार से वातावरण में अद्भुत शक्ति का संचार होगा।

प्रस्तुति के समय सभी के हाथ में जलेंगे घी के दीये

गंगा किनारे इस ग्रैंड आयोजन के लिए महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों की करीब दो हजार महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था जिन्होंने आनलाइन अभ्यास भी किया। इनमें से 1100 महिलाओं ने काशी आने के लिए पंजीयन कराया है। शिव तांडव स्त्रोत की प्रस्तुति के समय सभी महिलाएं हाथ में घी के दीये भी लिए होंगी।

समग्र राष्ट्र के लिए लाभदायक होगा इस तरह का प्रयास

संस्कृत वाङ्गमय व अध्यात्म जगत में नाद और शब्द ब्रह्म की प्रतिष्ठा है। निश्चित ही यदि सामूहिक रूप में दशानन विरचित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ किया जाए तो उसका प्रत्यक्ष प्रभाव पर्यावरण, समाज, जन समुदाय और व्यक्तिगत जीवन में उपलब्ध होगा। इस तरह का प्रयास समग्र राष्ट्र के लिए लाभदायक होगा।

शाम को पांच बजे असि घाट पर शिव तांडव स्त्रोत का आयोजन होगा

शिव तांडव स्त्रोत की प्रस्तुति के लिए सात मार्च को जंगमबाड़ी मठ में शाम चार बजे अभ्यास किया जाएगा। अगले दिन आठ मार्च को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में सुबह 10.30 बजे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का आयोजन होगा। शाम को पांच बजे असि घाट पर शिव तांडव स्त्रोत का आयोजन होगा। अगले दिन सुबह छह बजे विश्वनाथ मंदिर में भी प्रस्तुति होगी। महिलाएं मां अन्नपूर्णा का दर्शन करेंगी। तत्पश्चात 10.30 बजे स्वतंत्रता भवन में समापन समारोह होगा।

-माधुरी सहस्रबुद्धे, चेयरपरसन, फाउंडेशन फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट इन एकेडमिक फील्ड

पर्यावरण में सकारात्मक ऊर्जा एवं जीवन में दिव्य शक्तियों का संचार होगा

शिव तांडव स्तोत्र शिवभक्त त्रिकालदर्शी रावण द्वारा रचित एक ऐसा स्त्रोत है जिससे रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न कर मनवांछित फल प्रदान करने के लिए विवश किया था। शिव तांडव स्त्रोत भगवान शिव की आराधना एवं आध्यात्मिक शक्ति अॢजत करने का एक उत्कृष्टतम स्त्रोत है। इसका सामूहिक रूप में पाठ किया जाए तो निश्चित ही वातावरण व जीवन में एक अद्भुत अलौकिक एवं विशिष्ट शक्ति का संचार होगा जिससे सृष्टि में संतुलन, पर्यावरण में सकारात्मक ऊर्जा एवं जीवन में दिव्य शक्तियों का संचार होगा।

-प्रो. विनय कुमार पांडेय, अध्यक्ष, ज्योतिष विभाग, बीएचयू

chat bot
आपका साथी