बीएचयू में ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला की मौत, बुधवार को हुआ था सफल आपरेशन
बीएचयू में ब्लैक फंगस से पीड़ित एक महिला की मौत हो गई। महिला ब्लैक फंगस के साथ ही कोरोना से भी पीड़ित थी। बीते बुधवार को ही उसका ब्लैक फंगस का सफल ऑपरेशन किया गया था जिसमें आंख और जबड़ा समेत उसका आधा चेहरा निकाल बाहर कर दिया गया था।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में ब्लैक फंगस से पीड़ित एक महिला की मौत हो गई। महिला ब्लैक फंगस के साथ ही कोरोना से भी पीड़ित थी। बीते बुधवार को ही उसका ब्लैक फंगस का सफल ऑपरेशन किया गया था, जिसमें आंख और जबड़ा समेत उसका आधा चेहरा निकाल बाहर कर दिया गया था। कोविड से पीड़ित हाेने के बावजूद उसकी सर्जरी कर फंगस को पूरी तरह से हटाया गया था।
उसके बाद उसे बीएचयू में कोविड के आइसीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। बताया जा रहा था कि कोरोना से रिकवरी के बाद ही उसे ब्लैक फंगस की दवाइयां दी जाएंगी। करीब छह माह के बाद जब वह पूरी तरह से रिकवर हो जाएगी उसके बाद ही उसे नकली जबड़ा, सिलिकॉन के गाल और पत्थर की आंख लगाई जाएगी। मगर अफसोस की वह अब इस दुनिया में नहीं रही। बीएचयू में मौत होने के बाद उसके परिजनों ने महिला का हरिश्चंद्र घाट पर अंत्येष्टि कर दी, जहां मुखाग्नि उनके पति ने दी।
54 वर्षीय इस महिला का नाम तनिमा मित्रा था, जो कि मूलत: बिहार की रहने वाली थी। बीएचयू में रेफर होकर वह बीते सोमवार को भर्ती हुई और तब तक आधे से ज्यादा चेहरा फंगस इंफेक्शन से काला पड़ गया था। कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी इमरजेंसी में जान बचाने के लिए बीएचयू ईएनटी के डॉ. सुशील कुमार अग्रवाल और उनकी टीम ने महिला का जटिल ऑपरेशन किया। इसके अलावा बीएचयू में शनिवार को ब्लैक फंगस के कुल छह गंभीर मरीज आए, जिनमें प्रथम दृष्टतया फंगस का संक्रमण पाया गया है। उनकी कोविड रिपोर्ट आते ही इलाज शुरू कर दिया जाएगा।