आजमगढ़ में विजय जुलूस के दौरान नारेबाजी को रोकने पर महिला की गोली मारकर हत्या, दो घायल
विजय जुलूस के दौरान नारेबाजी को रोकना एक पक्ष के लोगों को इतना नागवार गुजरा कि पूर्व प्रधान के घर पर हमला बोल दिया। घर में घुसकर एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी और दो लोगों को घायल कर दिया।
आजमगढ़, जेएनएन। बरदह थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में मंगलवार की शाम छह बजे विजय जुलूस के दौरान नारेबाजी को रोकना एक पक्ष के लोगों को इतना नागवार गुजरा कि पूर्व प्रधान के घर पर हमला बोल दिया। घर में घुसकर एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी और दो लोगों को घायल कर दिया। हमलावरों के हाथ में तमंचा और तलवार देख परिवार के लोग जान बचाने के लिए भागते रहे लेकिन तीन लोग हमले में गंभीर शिकार हो गए। इसमें एक युवक का तलवार से हाथ काट लिया गया। घटना का कारण चुनावी रंजिश बताई गई है।
इससे पहले रामअवध राजभर गांव के प्रधान थे, जबकि इस बार दूसरे पक्ष ने चुनाव जीता। मंगलवार की रात समर्थक विजय जुलूस निकालते रामअवध के दरवाजे से नारेबाजी करते गुजर रहे थे तो उन्हें शांतिपूर्वक आगे बढ़ने के लिए कहा गया। उसके बाद तो जुलूस में शामिल लोग हमलावर हो गए। हमलावरों ने घर में घुसकर रामअवध की बहू पूनम राजभर के सिर में गोली मार दी जिससे मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी गोली परिवार की ही प्रीति को लगी, जबकि रंजीत राजभर पर तलवार से वार किया गया। दोनों घायलों को जौनपुर ले जाया गया जहां से प्रीति की हालत गंभीर देख वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। घटना को लेकर एक पक्ष के लोगाें ने इतना आक्रोश था कि उन्होंने साफ कह दिया कि पुलिस अधीक्षक के आने के बाद ही महिला का शव उठने दिया जाएगा। तहरीर भी उनके आने के बाद ही दी जाएगी।
प्रधान का चुनाव हारने वाला प्रमाणपत्र लेकर फरार
जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के खालिसपुर गांव के इंद्रेश कुमार ने उपजिलाधिकारी से शिकायत की है कि प्रधान पद का चुनाव जीतने के बाद निर्वाचन अधिकारी से प्रमाण पत्र लेकर हारा हुआ प्रत्याशी फरार हो गया। इसको लेकर हम काफी परेशान हैं। बताया कि प्रमाण पत्र लेने से पहले काउंटिंग कराकर बाहर चले आए थे। बाद में प्रमाण पत्र लेने पहुंचे तो बताया गया कि आपको प्रमाण पत्र दे दिया गया है। बताया कि मुझे नहीं मिला है तो कर्मचारी हारे हुए प्रत्याशी को फोन लगाने लगे पर उसने फोन नहीं उठाया और प्रमाण पत्र लेकर घर भाग गया। इसके बाद कर्मचारी घर पहुंचे तो वह नहीं मिला। हालांकि दूसरा प्रमाणपत्र इंद्रेश को जारी कर दिया गया, पर गांव में हारा हुआ प्रत्याशी प्रमाण पत्र लेकर दिखा रहा है कि हम जीत गए हैं। इस पर एसडीएम ने जीयनपुर कोतवाल को जांच कर विधिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।