वाराणसी में साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए तकनीक से दक्ष होकर करेंगे काम

साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए दूरसंचार विभाग और भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के साथ ही निजी संचार कंपनियों के इंजीनियरों को नेटवर्क सिक्योरिटी का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहले चरण में सरकारी कंपनी और दूसरे में निजी कंपनियों के इंजीनियरों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:50 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:50 AM (IST)
वाराणसी में साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए तकनीक से दक्ष होकर करेंगे काम
साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए इंजीनियरों को नेटवर्क सिक्योरिटी का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

वाराणसी सौरभ चंद्र पांडेय । साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए दूरसंचार विभाग और भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के साथ ही निजी संचार कंपनियों के इंजीनियरों को नेटवर्क सिक्योरिटी का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह 12 सप्ताह का होगा। यह प्रशिक्षण नेशनल टेलिकम्युनिकेशन इंस्टीट्यूट फार पालिसी रिसर्च व इनोवेशन एंड ट्रेंनिंग सेंटर द्वारा दिया जाएगा। इसके दो चरण हैं। पहले चरण में सरकारी कंपनी और दूसरे में निजी कंपनियों के इंजीनियरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे आने वाले समय में साइबर क्राइम पर बेहतर तरीक से लगाम लगेगी।

साइबर अपराधी को तुरंत पकड़ा जाएगा

उद्देश्य है कि साइबर अपराधी को अपराध से पहले या अपराध के तुरंत बाद पकड़ा जाए। इस दौरान इंजीनियरों को बताया जाएगा कि साइबर अपराधी इंटरनेट के माध्यम से कैसे ठगी करते हैं, एक-दूसरे को गोपनीय सूचना कैसे भेजते हैं। किस तरह इंटरनेट कालिंग के माध्यम से साइबर अपराध करते हैं। खुफिया एजेंसी से मिली सूचना पर किस तरह निगरानी किया जाए। खुफिया एजेंसी या पुलिस कोई जानकारी मांगे तो इंजीनियर कैसे तुरंत सिस्टम की जांच कर जानकारी उपलब्ध कराए। इसके साथ ही संचार आपरेशन मैनेजमेंट, संदिग्ध इंटरनेट काल पर नजर रखना और सबसे पहले खुफिया एजेंसी और पुलिस अधिकारियों को सूचित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। फिलहाल यह प्रशिक्षण 17 मई से महानगरों में शुरू हो गया है। जल्द ही अन्य बड़े शहरों में भी शुरू होगा। बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबंधक केपी सिंह के पीआरओ सब डिविजनल इंजीनियर (एसडीई) अभिषेक सिंह ने बताया कि इस तरह का प्रशिक्षण बराबर होता रहता है। नेटवर्क सुरक्षा का प्रशिक्षण प्रस्तावित है। इसकी कोई तिथि भी निर्धारित नहीं है। इस संबंध में अभी सर्किल आफिस से कोई सूचना नहीं मिली है।

पहले चरण में सरकारी कंपनी और दूसरे में निजी कंपनियों के इंजीनियरों को प्रशिक्षित किया जाएगा

02 चरणों में इंजीनियर होंगे प्रशिक्षित

12 सप्ताह का है प्रशिक्षण

17 मई से कई शहरों में शुरू हो चुका है प्रशिक्षण

08 अहम बिंदुओं पर किया जाएगा दक्ष

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