नितेश हत्याकांड में आई चौंकाने वाली जानकारी, जिससे खरीदा था जमीन वह पागल होने के बाद से लापता

नितेश हत्याकांड में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आशापुर चौराहे के समीप मौजूद बेशकीमती जमीन पर नितेश का कब्जा था।

By Edited By: Publish:Fri, 04 Oct 2019 01:30 AM (IST) Updated:Fri, 04 Oct 2019 08:56 AM (IST)
नितेश हत्याकांड में आई चौंकाने वाली जानकारी, जिससे खरीदा था जमीन वह पागल होने के बाद से लापता
नितेश हत्याकांड में आई चौंकाने वाली जानकारी, जिससे खरीदा था जमीन वह पागल होने के बाद से लापता

वाराणसी, जेएनएन। नितेश हत्याकांड में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आशापुर चौराहे के समीप मौजूद बेशकीमती जमीन पर नितेश का कब्जा था। नितेश ने जमीन के मालिक राजकुमार जोशी से कुछ दिनों पहले जमीन का एक हिस्सा रजिस्ट्री कराया था। रजिस्ट्री के एवज में मोटी रकम भी राजकुमार को थमाई थी। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि रजिस्ट्री करने के बाद ही राजकुमार की मानसिक स्थिति बिगड़ गई। करोड़ों का मालिक राजकुमार सड़क पर कभी कूड़ा बीनता तो कभी बोरा ओढ़कर घूमता।

बीते 10-15 दिनों से उसका कोई पता नहीं चल रहा। हैरत की बात यह कि राजकुमार की पत्नी ने भी उसके लापता होने की थाने में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। पुलिस आशापुर की जमीन को लेकर चल रहे विवाद का भी पड़ताल कर रही है। दरअसल, आशापुर चौराहे के समीप दीनानाथ जोशी की जमीन थी। जमीन का एक हिस्सा उन्होंने प्रियम्वदा सिंह को रजिस्ट्री किया था। इसी जमीन के एक हिस्से को नितेश ने भी रजिस्ट्री कराया और प्रियम्वदा वाले हिस्से पर तहसील में आपत्ति दाखिल कर दिया।

15 दिन पहले हुई थी पंचायत - सारनाथ लोहिया नगर निवासी नितेश सिंह की हत्या से 15 दिन पहले आशापुर वाली जमीन पर कब्जा करने के लिए कुछ लोग चढ़े थे लेकिन नितेश के आगे उनकी नहीं चली। वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर सारनाथ से लगभग एक किलोमीटर दूर आशापुर की उस जमीन पर कई माफिया की नजर है।

सीसी कैमरे में नजर आए संदिग्ध - तहसील सदर में 30 सितंबर को नितेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तहसील में सीसी कैमरा नहीं होने के कारण पुलिस को इलाके में लगे अन्य सीसी कैमरों की मदद लेनी पड़ी। तीन दिन की मेहनत के बाद पुलिस को एक सीसी कैमरे में दो संदिग्ध नजर आए हैं। उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। हालांकि पुलिस को मिले फुटेज में जो संदिग्ध दिख रहे उनके कपड़े और प्रत्यक्षदर्शियों ने जो रंग बताया था, उसमें अंतर है। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा था कि एक बदमाश आसमानी रंग की शर्ट पहने था जबकि फुटेज में दिख रहा एक मैरून टी-शर्ट और दूसरा सफेद शर्ट पहने था। दोनों में से किसी ने हेलमेट नहीं लगाया है। फिलहाल पुलिस दोनों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। शूटरों की तलाश में पुलिस अभी पूर्वाचल से लेकर यूपी, बिहार के अन्य जिलों में छापेमारी कर रही है।

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