बलिया जिले में बारिश में भीगा 50 क्विंटल गेहूं, किसानों की मेहनत पर फिर गया पानी
बलिया जिले में अन्नदाताओं की समस्या कम होती नहीं दिख रही है। मंगलवार की रात हुई बारिश में किसानों संग क्रय केंद्रों पर रखा करीब 50 क्विंटल गेहूं भीग गया। किसानों की खरीद भी प्रभावित हो गई इससे किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
बलिया, जेएनएन। जिले में अन्नदाताओं की समस्या कम होती नहीं दिख रही है। मंगलवार की रात हुई बारिश में किसानों संग क्रय केंद्रों पर रखा करीब 50 क्विंटल गेहूं भीग गया। किसानों की खरीद भी प्रभावित हो गई, इससे किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है। उन्हें अब अगली फसल की बोआई की चिंता सता रही है। क्रय केंद्रों पर पड़ा गेहूं भंडारण व परिवहन न होने पर बारिश में भीग रहा है। प्रशासन ने बोरों के ऊपर टाट पट्टी डाला जरूर है लेकिन नीचे से पानी चला जा रहा है।
नरही: क्रय केंद्र पर किसानों का गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। गेहूं भीग गया। भंडारण और परिवहन की व्यवस्था इतनी लचर है कि जब जब बारिश होती है किसानों का गेहूं भींगता है। खरीद की अंतिम तिथि 15 जून तक है। इसकी वजह किसान अपना अनाज लेकर क्रय केंद्र पर डेरा डाले हुए है। भंडारण और परिवहन के अभाव में क्रय केंद्र भरे पड़े है। रखने की जगह के अभाव में किसानों की खरीद भी प्रभावित हो रही है।
आधे-अधूरे ही किसानों से खरीदें जा रहे हैं गेहूं
रसड़ा : हिंद पूर्वांचल किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष केडी सिंह ने मंगलवार को कृषि मंडी स्थित गेहूं क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने गेहूं लेकर आए किसानों की समस्याएं जानी। इस मौके पर अविनाश कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सहित आदि किसान मौजूद थे।
कितनी ने नहीं झेली इतनी दुर्दशा
बेरूआरबारी : किसान रामजी सिंह, विजय शंकर सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, हिरामन वर्मा, नीलम सिंह, अनूप सिंह, जयप्रकाश वर्मा ने कहा कि आज हालात ये हैं कि एक सप्ताह से ट्रेक्टर टाली पर गेहूं लेकर क्रय केंद्र पर दिनरात इंतजार करना पड़ रहा हैं।