Welcome To Banaras Station: वाराणसी जिले में दोबारा जन्मा 'बनारस', इस रेलवे स्टेशन का बदलेगा नाम
शानदान और आधुनिक सुविधाओं के साथ ही साफ सफाई में अव्वल मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम परिवर्तन अब सोमवार तक पूरा हो जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन! वाराणसी जिले का सबसे शानदार और आधुनिक सुविधाओं के साथ ही साफ सफाई में अव्वल मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम परिवर्तन अब सोमवार तक पूरा हो जाएगा। नाम परिवर्तन के संबंध में शनिवार को दोपहर में डीआरएम विजय कुमार पंजियार ने परिसर का निरीक्षण भी किया। अब स्टेशन का कोड नाम मंडुआडीक के एमयूवी से बदलकर अनारस का कोड बीएसबीएस कर दिया गया है। विभागीय तैयारी है कि सोमवार तक पूरी तरह नाम बदलने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
डीआरएम मंडुआडीह स्टेशन के सेकेंड एंट्री से प्लेटफार्म नम्बर आठ पहुंचे जहां उन्होंने स्टेशन परिवर्तन के क्रम में जो भी कमी पाई उससे संबंधित पर्यवेक्षकों व अधिकारियों को निर्देश दिया। कहा कि मंडुआडीह स्टेशन का परिवर्तित नाम शीघ्र बदलकर बनारस स्टेशन बोर्ड पर अंकित कर दिया जाएगा। डीआरएम ने निरीक्षण के दौरान ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड, कोच गाईडेंस बोर्ड, डिजिटल चार्टिंग बोर्ड, फूड प्लाजा के नेम बोर्ड, रेलवे सुरक्षा बल समेत विभिन्न कार्यालयों के बोर्ड पर मंडुआडीह के स्थान पर बनारस अंकित करने का निर्देश दिया। साथ ही स्टेशन के टाइम टेबल, ट्रेन डिस्प्लेय बोर्ड और कोच गाईडेंस सिस्टम, स्टेशन पैनल एवं विभिन्न डिजिटल डिस्प्ले बोर्डों पर मंडुआडीह के स्थान पर बनारस किए जाने पर पर काफी प्रसन्नता जाहिर की। डिजिटल बोर्ड पर बनारस का नाम डिस्प्ले होने पर कई रेल यात्री इस दौरान स्टेशन की तस्वीर भी खींचते नजर आए।
डीआरएम ने जागरण से बातचीत में कहा कि यात्रियों को मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस स्टेशन सोमवार तक पूर्ण रूप से मिल जाएगा। निरीक्षण के दौरान अपर मण्डल रेल पर इंफ्रा. प्रवीण कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय राजीव अग्रवाल, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर त्रयम्बक तिवारी, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर सत्येंद्र यादव समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर पूर्व में मंडुअाडीह से नई दिल्ली जाने वाली शिवगंगा एक्सप्रेस ट्रेन में भी अब मंडुआडीह की जगह बनारस का नाम हर बोगी में अंकित हो गया। यह ट्रेन 7बजकर 55 मिनट पर नई दिल्ली को रवाना होगी, पूर्व में यह ट्रेन नई दिल्ली से मंडुआडीह तक आती थी मगर यात्रियाें को मंडुअाडीह नाम को लेकर भ्रम की स्थिति रहती थी। अब ट्रेन की बोगी में नाम मंडुआडीह की जगह बनारस कर दिया गया है। हर बोगी में अब ट्रेन का नाम बनारस होने से लोगों के मन में बनारस की छवि भी अंकित होगी। दूसरी ओर ट्रेन की बोगियाें के शीशे पर बनारस के प्रमुख घाटाें और बनारस की पहचान से जुड़ी छवयिां भी अंकित की गई हैं।