वाराणसी में थमे पर्यटन की रफ्तार को लग्न ने दिया उपहार, होटल व्यवसायियों ने कमाए आठ करोड़

जिले में 50 बड़े होटल हैं जबकि 1000 छोटे होटल और 600 गेस्ट हाउस हैं। 30 हजार विदेशी सैलानी हर माह आते थे और 60 हजार देसी सैलानी हर माह आते थे। 07 माह तक पीक पर रहता है कारोबार रहता था।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 06:05 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 06:05 AM (IST)
वाराणसी में थमे पर्यटन की रफ्तार को लग्न ने दिया उपहार, होटल व्यवसायियों ने कमाए आठ करोड़
कोरोना महामारी ने गत 419 दिनों से पर्यटन उद्योग की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है।

वाराणसी, जेएनएन। जिले में 50 बड़े होटल हैं , जबकि 1000 छोटे होटल और 600 गेस्ट हाउस हैं। 30 हजार विदेशी सैलानी हर माह आते थे और 60 हजार देसी सैलानी हर माह आते थे।  07 माह तक पीक पर रहता है कारोबार रहता था। हालांकि 08 करोड़ की आय इस वर्ष लग्न से हुई है। 550 ट्रैवेल एजेंट हैं तो 4000 टूरिस्ट वाहन जिले में हैं।

कोरोना महामारी ने गत 419 दिनों से पर्यटन उद्योग की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। फिर भी इस वर्ष 22 अप्रैल से 15 मई के बीच कुल 24 दिनों में पर्यटन उद्योग से जुड़े होटल व्यवसाय को लग्न ने उपहार दिया है। इन 24 दिनों में शहर के सभी छोटे-बड़े होटल और गेस्ट हाउस व्यवसायियों की बुकिंग को जोड़ें तो लग्न से करीब आठ करोड़ो रुपये की आमद हुई है। हालांकि यह जरूर है कि 90 फीसद कारोबार को कोरोना ने तहस-नहस कर दिया है। फिर भी होटल व्सवसाय से जुड़े लोगों की मानें तो गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष उद्योग को कुछ न कुछ मिल ही रहा है। गत वर्ष तो पूर्ण लॉकडाउन के कारण 22 मार्च से लेकर 31 अक्टूबर तक एक भी रुपये की आय नहीं हुई थी। उसके बाद देव दीपावली से पर्यटन ने थोड़ी रफ्तार पकड़ी जो 15 मार्च आते-आते थम गई। उसके बाद शुरू हो गया कोरोना का दूसरा लहर। 

शेष 10 फीसद बुकिंग से हुई आठ करोड़ की आय

आंकड़ों पर ध्यान दें तो शहर में लगभग 50 बड़े होटल हैं। जहां 25 सौ रुपये प्रति प्लेट के दर से खाना परोसा जाता है। औसतन 24 दिनों में इन होटलों में लगभग 5 समारोह आयोजित किए गए हैं। इन आयोजनों से इनको लगभग 62.50 लाख रुपये की आय हुई है। वहीं एक हजार अन्य छोटे होटलों की बात करें तो 24 दिनों में कुल 7 करोड़ 50 लाख रुपये की आय हुई है। बंद बाजार के बीच लगभग आठ करोड़ रुपये के व्यवसाय होने से होटल व्यवसायियों में थोड़ी उम्मीद जगी है। अब वह आगे के लग्न के लिए 50 की संख्या का स्पेशल पैकज लाने पर विचार बना रहे हैं। जिससे कि न तो ग्राहकों को नुकसान और ना ही व्यवसायियों को। 

बोले होटल कारोबारी

अप्रैल 2020 में संपूर्ण लॉकडाउन था। व्यापार शून्य था। इस वर्ष अप्रैल-मई में कुल बुकिंग का 10 फीसद ही व्यापार हुआ है। जिससे आगे के लिए उम्मीद जगी है।  - राहुल मेहता, अध्यक्ष, टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन 

अप्रैल-मई की 80 फीसद बुकिंग रद हो गई है। बढ़ते कोरोना महामारी के कारण आंशिक लॉकडाउन में भी 20 फीसद व्यवसाय हुआ है। - राजीव राय , वरिष्ठ महाप्रबंधक, होटल अमाया। 

10 से 15 फीसद विवाह और इंगेजमेंट समारोह की बुकिंग हुई है। पिछले वर्ष तो एकदम सन्नाटा था। इस बार तो थोड़ी चहल पहल जरूर है। -संजय रामानंद, महाप्रबंधक होटल हिंदुस्तान इंटरनेशनल।

हर बार के लग्न में जहां 100 गाड़ियों की बुकिंग होती थी। इस बार वह घटकर 10 रह गयी है। फिर भी देखा जाए तो पिछले वर्ष के मुकाबले कारोबार ठप तो नहीं है। -संतोष सिंह, ट्रैवल एजेंट।

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