पूर्वांचल में मौसम का रुख बदलाव की ओर, पश्चिमी विक्षोभ का असर मैदानी इलाकों में जल्द
पूर्वांचल में आने वाले दिनों में कोहरा घना होगा तो दूसरी ओर सुबह की ठंडक और रात का ओस भी असर करेगा। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख और भी चुनौती देगा। दोपहर में मौसम की चुनौती और भी नजर आने की उम्मीद है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार बदलाव की ओर होने के बीच इन दिनों बादलों की दो चार दिनों की सक्रियता के बाद तापमान में हुआ इजाफा भी सामान्य से अधिक हो गया था। अब मौसम का रुख बदलाव की ओर है और जल्द ही वातावरण में गलन का असर भी नजर आएगा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में कोहरा और घना होगा तो दूसरी ओर सुबह की ठंडक और रात का ओस भी असर करेगा। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख और भी चुनौती देगा। मौसम का रुख बदला होने के बीच रात के बाद सुबह तक मौसम की चुनौती और भी नजर आने की उम्मीद है।
सोमवार की सुबह वातावरण में मामूली गलन का असर रहा और दिन चढ़ने पर वातावरण में ठंडक का असर भी कम होता गया। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल में अरब सागर से बादलों की मामूली सक्रियता का असर पहुंचा है। हालांकि, यह मामूली असर होने की वजह से कोई बड़ा मौसमी बदलाव नहीं करने वाला है। वहीं दूसरी ओर पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ का असर होने की वजह से मैदानी इलाकों में इसका असर दो चार दिनों में आ जाएगा। इसके बाद समूचा उत्तर भारत गलन की चपेट में धीरे धीरे आने लगेगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 29.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। न्यूनतम तापमान 14.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 71 फीसद और न्यूनतम 54 फीसद दर्ज की गई। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में शुरू हो जाएगा। तापमान में हुआ इजाफा अभी आंशिक है और जल्द ही पहाड़ों का असर पूर्वांचल तक आएगा। इसकी वजह से गलन का दौर भी पखवारे भर में शुरू हो जाएगा। पूर्वांचल में मौसम का रुख भी अब दोबारा ठंडक की ओर होने जा रहा है।