जल जीवन मिशन के तहत आजमगढ जिले में 145 करोड़ से 43 गावों के हर घर को नल से जल

जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक जिले में हर घर को नल से जल पहुंचाने की परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली है। प्रथम चरण में चयनित 300 गांवों के सापेेक्ष 43 गांवों के परियोजनाओं की 145 करोड़ रुपये की पीपीआर शासन को मंजूरी के लिए भेज दी गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:05 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:05 AM (IST)
जल जीवन मिशन के तहत आजमगढ जिले में 145 करोड़ से 43 गावों के हर घर को नल से जल
परियोजना निर्माण के लिए शासन ने पहले ही इंफ्रा कंपनी को नामित किया है।

आजमगढ़, जेएनएन। भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक जिले में हर घर को नल से जल पहुंचाने की परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली है। प्रथम चरण में चयनित 300 गांवों के सापेेक्ष 43 गांवों के परियोजनाओं की 145 करोड़ रुपये की डीपीपीआर(डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) शासन को मंजूरी के लिए भेज दी गई है। बजट आवंटित होते की निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। परियोजना निर्माण के लिए शासन ने पहले ही इंफ्रा कंपनी को नामित किया है।

चयनित गांवों में ओवरहेड टैंक और ट्यूबवेल लगाने के लिए, पाइप लाइन बिछाने के लिए सर्वे पूरा हो गया है। इसके अतिरिक्त पूर्व में निर्मित पाइप पेयजल योजनाओं का पुनर्गठन किया जाएगा। जिसके लिए कुल 10 गांवों की सूची तैयार की गई है। लेकिन उन 300 गांवों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो जेई, एईएस से अत्याधिक प्रभावित हैं। साथ ही आर्सेनिक, फ्लोराइड और अन्य गुणता प्रभावित गांवों में भी सर्वेक्षण कर डीपीआर तैयार किया जा रहा है।

इन गांवों को प्रमुखता दी जाएगी

सांसद आदर्श ग्राम व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति बाहुल्य ग्राम और प्रधानमंत्री आवास के चयनित गांवों को भी प्रमुखता दी जाएगी। इस परियोजना की मानीटरिंग की जिम्मेदारी अब लघु सिंचाई विभाग के बाद जल निगम को सौंपी गई है।

-जल जीवन मिशन के तहत प्रथम चरण में चयनित गावों में 119 की डीपीअार बन चुकी है लेकिन पूर्व में 43 परियोजनाओं का डीपीआर बन चुकी थी, जिसे जिला पेयजल एवं स्वच्छता समिति की संस्तुति के बाद बजट मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया गया है। -भूपेंद्र सिंह, सहायक अभियंता, जलनिगम।

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