वाराणसी के पंचकोशी मार्ग पर आदित्यनगर में ढहाई जा रही प्राचीन धर्मशाला के खंडहर की दीवार

वाराणसी में पंचकोशी यात्रा का प्राचीन और ऐतिहासिक महत्त्व रहा है । यात्रा मार्ग के प्रथम पडा़व कंदवा के पहले करौंदी (आदित्य नगर) तालाब के निकट यात्रियों के ठहरने के लिए प्राचीन धरोहर धर्मशाला थी।इसे रानी भवानी द्वारा बनवाया गया था

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 04:48 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 04:48 PM (IST)
वाराणसी के पंचकोशी मार्ग पर आदित्यनगर में ढहाई जा रही प्राचीन धर्मशाला के खंडहर की दीवार
करौंदी (आदित्य नगर) तालाब के निकट यात्रियों के ठहरने के लिए प्राचीन धरोहर धर्मशाला थी।

वाराणसी, जेएनएन। काशी में पंचकोशी यात्रा का प्राचीन और ऐतिहासिक महत्त्व रहा है । यात्रा मार्ग के प्रथम पडा़व कंदवा के पहले करौंदी (आदित्य नगर) तालाब के निकट यात्रियों के ठहरने के लिए प्राचीन धरोहर धर्मशाला थी। इसे रानी भवानी द्वारा बनवाया गया था। जहां भोलेनाथ और मां दुर्गा का बहुत ही सुन्दर मंदिर और पास में बहुत बड़ा तालाब भी है। यहां पंचक्रोशी यात्री अपनी थकान मिटाते थे।कई वर्षों से यह खंडहर में बदल गई दीवारें काफी जर्जर अवस्था में हो गई थी।सड़क के किनारे की दीवार इतनी ज्यादा जर्जर थी कि अक्सर बरसात में कुछ हिस्सा गिर जाता था।

शनिवार को जोनल अधिकारी जगदीश यादव के नेतृत्व में एक्सईएन अरविंद श्रीवास्तव ,जेई पूनम सिंह , नेवादा सभासद विनीत सिंह, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि डॉ देवाशीष की मौजूदगी में खंडहर को ढहाया जा रहा है।नगर निगम के इस कार्य के लिए स्थानीय लोगों ने काफी सराहना की।

सोशल मीडिया से प्रधानमंत्री तक हुई थी शिकायत

धर्मशाला के सुंदरीकरण या जर्जर दीवार को गिराने के लिए ग्राम प्रधान माला पटेल और प्रधान पति डॉ देवाशीष तथा नेवादा पार्षद विनीत सिंह ने बताया कि इसके लिए सोशल मीडिया , ब्लॉक , नगर निगम , विधायक , भाजपा जिलाध्यक्ष तथा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पोर्टल के अलावा उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई गई थी।तालाब के सुंदरीकरण के दौरान खंडहर दीवार को गिराकर सफाई की जाएगी।इस कार्य से पंचक्रोशी यात्रियों के आलावा राहगीरों को भी काफी राहत मिलेगी।देवाशीष ने बताया कि बरसात में तो इधर से गुजरने पर गांव वालों को हमेशा डर बना रहता है कि दीवार गिर न जाय।

15वें वित्त आयोग की धनराशि स्टेट से कार्यदायी एजेंसी को होगी जारी : नीति आयोग की ओर से प्रस्तावित माडल ब्लाक सेवापुरी के 87 गांवों की गलियां अब पक्की होंगी। इंटरलाकिंग को सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। इस कार्य को कार्यदायी एजेंसी एनएचएआई पूरा कराएगी। एजेंसी ने पिछले सप्ताह मौका मुआयना किया। वित्तीय अनुमोदन के बाद इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। इंटरलाकिंंग के साथ ही ओपेन ड्रेनेज व अंडर ग्राउंड ड्रेनेज का भी निर्माण होगा। इस पर कुल 179.66 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नौ लाख 30 हजार 850 वर्ग मीटर इंटरलाकिंग कार्यदायी एजेंसी नौ लाख 30 हजार 830 वर्ग इंटरलॉकिंग कार्य को मूर्तरूप देगी। इस पर कुल 129 करोड़ 66 लाख 46 हजार रुपये खर्च आएंगे। इसी प्रकार 36 हजार 416 मीटर ओपेन ड्रेनेज पर सात करोड़ 28 लाख 32 हजार रुपये खर्च होंग। कुल एक लाख 70 हजार 857 मीटर अंडर ग्राउंड ड्रेनेज पर 42 करोड़ 71 लाख रुपये खर्च का प्रस्ताव है। यह आगणन रिपोर्ट पंचायती राज विभाग की ओर से बनाया गया है।

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