वाराणसी में एनएचएआइ के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने लगाया जाम
कोईराजपुर कोरौत मार्ग को बनवाने के लिए मंगलवार को ग्रामीण सड़क पर बांस बल्ली फेंककर जाम लगा दिए। गांव की सड़क पर जाम लगने के बाद एनएचएआई के अधिकारियों ने रिंग रोड से वाहनों को जाने की अनुमति दे दी।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। महीनों से खराब पड़े कोईराजपुर कोरौत मार्ग को बनवाने के लिए मंगलवार को ग्रामीण सड़क पर बांस बल्ली फेंककर जाम लगा दिए। गांव की सड़क पर जाम लगने के बाद एनएचएआई के अधिकारियों ने रिंग रोड से वाहनों को जाने की अनुमति दे दी। उसके बाद ग्राम प्रधान मोदी यादव के साथ कुछ ग्रामीण वहां भी पहुंच गए और रिंग रोड चौराहे पर धरना देने लगे। ग्रामीणों ने एनएचएआई के अधिकारियों के खिलाफ वहां जमकर नारेबाजी की। बाद में सीओ पिंडरा के समझाने और एनएचएआई के तकनीकी मैनेजर ललित सिंह द्वारा सड़क को बनवाने का आश्वासन देने के बाद लोग शांत हुए।
जानकारी अनुसार कोईराजपुर से राजातालाब तक निर्माणाधीन रिंग रोड पर राजातालाब की तरफ से भारी वाहन प्रवेश कर जा रहे हैं। वही रिंग रोड चौराहे पर कोई राजपुर में वाहनों पर रोक लगाया गया है। ऐसे में भारी कोईराजपुर कोरौत मार्ग से ही एनएच 56 पर जा रहे हैं। करीब एक महीने से भारी वाहनों का आवागमन होने के चलते सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। गड्ढे हो जाने के चलते आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं तथा ट्रकें फस जाने के चलते आवागमन भी बाधित हो रहा है। इसी से नाराज होकर मंगलवार को सुबह में कोईराजपुर के ग्राम प्रधान मोदी यादव के साथ ही विजय यादव, ओम प्रकाश यादव, अनिल पांडेय, विनोद पटेल, बरखू यादव, सोनू सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने कोईराजपुर में सड़क पर बांस बल्ली फेंककर सड़क जाम कर दिया।
कोईराजपुर में वाहनों की लंबी कतार लगने के बाद रिंग रोड चौराहे से वाहनों को जाने की अनुमति दे दी गयी। उसके बाद धरना कर रहे कुछ लोग रिंग रोड पर भी पहुंच गए और वहीं धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी बड़ागांव जगदीश कालीरमन, थानाध्यक्ष जगदीश कुशवाहा मौके पर पहुंचे। रिंग रोड चौराहे पर जाम लगा रहे लोगों को काफी देर तक समझाया गया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। बाद में क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचकर सड़क की स्थिति देखे। उसके बाद मौके पर ही प्रोजेक्ट मैनेजर ललित सिंह को बुलवाया गया। ललित सिंह ने एक-दो दिन में सड़क पर गिट्टी डलवाने का और पीएम का कार्यक्रम समाप्त हो जाने के बाद सड़क बनवाने का आश्वासन दिया। उसके बाद जाम समाप्त हुआ।