ऊर्जा मंत्री के क्षेत्र में बिजली कटौती के चलते ग्रामीण कर रहे रतजगा, व्यवस्था में सुधार लाने की मांग
ऊर्जा मंत्री के क्षेत्र मीरजापुर के मडि़हान में बिजली कटौती के चलते ग्रामीण कर रहे रतजगा व्यवस्था में सुधार लाने की मांग लोगों ने विभाग से की है।
मीरजापुर, जेएनएन। मडि़हान क्षेत्र में बीते एक पखवारे से इस कदर अघोषित बिजली कटौती की जा रही है कि लोगों को रतजगा भी करना पड़ रहा है और ऊर्जा मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल का क्षेत्र होने के बाद भी ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश हैं। ग्रामीणों को अफसोस है कि उनके क्षेत्र में ही जब ग्रामीणों को रतजगा करना पड़ रहा है तो और क्षेत्रों का क्या हाल होगा। बिजली कब आती है और कब चली जाती है यह कोई भी नहीं बता सकता।
हालांकि विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी बताते हैं कि रोस्टिंग के तहत विद्युत कटौती की जा रही है लेकिन सुबह कितने बजे कटेगी और रात को कब चली जाएगी यह किसी को भी पता नहीं है। रोस्टिंग का कोई नियम है कि नहीं इस पर भी अधिकारी चुप्पी साध लेते हैं। बिजली नहीं होने से लोगों को उमस भरी गर्मी में रात गुजारना पड़ता है। बिजली नहीं होने से लोगों के अन्य जरूरी कार्य भी बाधित ही रहता है। किसानों की नर्सरी तैयार हो चुकी है और रोपाई के लिए उन्हें पानी की आवश्यकता है। कुछ किसानों के पास मोनोब्लॉक और बोरिंग होने के कारण अपनी रोपाई करने को तैयार हैं लेकिन विद्युत विभाग के सौतेले व्यवहार के कारण किसान अपनी रोपाई भी नहीं कर पा रहा। यही हाल रहा तो उनकी गाड़ी कमाई सुखती हुई नजर आएगी। कहने को तो सरकार किसानों की आय दोगुना करने को लगी है लेकिन उनके मातहत ही उनके सपने को पतीला लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इन दोनों बारिश के साथ ही साथ मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ गया है। क्षेत्र के लोगों ने विद्युत व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है। इस संबंध में एसडीओ सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि रोस्टिंग के हिसाब से कटौती की जा रही है महज 18 घंटे ही बिजली दी जाएगी।