गंगा निर्मलीकरण के कार्यों को विधानसभा आश्वासन समिति ने निगम अफसरों को किया तलब

गंगा निर्मलीकरण के कार्यों को लेकर विधानसभा की आश्वासन समिति ने गंभीरता से लिया है। इसके लिए हुए कार्यों के साक्ष्यों को लेकर लखनऊ में नगर निगम व जल निगम समेत संबंधित विभागों के अफसरों को बुलाया है। इसके लिए 30 जुलाई की तारीख मुकर्रर की गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 08:25 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 08:25 PM (IST)
गंगा निर्मलीकरण के कार्यों को विधानसभा आश्वासन समिति ने निगम अफसरों को किया तलब
गंगा निर्मलीकरण के कार्यों को लेकर विधानसभा की आश्वासन समिति ने गंभीरता से लिया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। गंगा निर्मलीकरण के कार्यों को लेकर विधानसभा की आश्वासन समिति ने गंभीरता से लिया है। इसके लिए हुए कार्यों के साक्ष्यों को लेकर लखनऊ में नगर निगम व जल निगम समेत संबंधित विभागों के अफसरों को बुलाया है। इसके लिए 30 जुलाई की तारीख मुकर्रर की गई है।

बैठक में शामिल होने के लिए संबंधित विभागों तक पत्र पहुंच गया है जिसके सापेक्ष सीवेज, पेयजल, स्वच्छता अभियान, पौधारोपण, आदि से संबंधित कार्यों को बिंदुवार किया जा रहा है जिसके लिए नगर निगम व जल निगम के अफसरों ने तैयारी शुरू कर दी है। बता दें कि विधानसभा के लंबित आश्वासनों पर विचार विमर्श के लिए उप्र विधान सभा की सरकारी आश्वासन समिति बनाई गई है। इसकी 30 जुलाई को दोपहर तीन बजे विधान भवन स्थित समिति कक्ष संख्या 48 में बैठक प्रस्तावित है। इसमें साक्ष्य व आख्या सहित संबंधित विभाग के अफसरों को प्रतिभाग किए जाने की अपेक्षा की गई है।

वर्ष 2005 के सवालों का जवाब

आश्वासन समिति की ओर से विभागों को जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि विधान सभा में लंबित 2005 तक के सवालों का जवाब देना होगा। इसलिए अफसर पूरी तैयारी कर उपस्थित हों। हां, इस दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पूरा ख्याल रखा जाए। संबंधित पटल के जिम्मेदार अफसर ही बैठक में शामिल हों।

गंगा निर्मलीकरण के लिए हुए कार्य

-गोइठहां में 120, दीनापुर में 140, रमना में 50 व रामनगर में 10 एमएलडी क्षमता की एसटीपी बनाई गई है।

-वरुणा समेत गंगा में गिर रहे एक दर्जन नालों को बंद किया गया है।

-शहरी क्षेत्र में गंगा घाट पर तीन सौ मीटर किनारे की बस्तियों में सफाई के लिए एक निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है।

-गंगा के प्रमुख घाटों पर 24 घंटे व सातों दिन सफाई प्रबंधन है।

-अन्य घाटों पर सुबह व शाम सफाई प्रबंधन

-किनारे के मुहल्लों में सुबह के वक्त सफाई व कूड़ा उठान

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