वाराणसी में दशाश्वमेध पुनर्विकास की धीमी गति पर वीडीए उपाध्यक्ष नाराज, तय वक्त में कार्य पूरा करने का दिया आदेश
वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर पुनर्विकास परियोजना चल रही है। इसके तहत गढ़वासीटोला के री-डेवलपमेंट कार्य गोदौलिया चौराहे से लेकर शीतला घाट तक दोनों तरफ स्थित भवनों के बाहरी सतह पर फसाड व डिजाइन के कार्य तथा कर्णघंटा तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य हो रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। दशाश्वमेध घाट पर पुनर्विकास परियोजना चल रही है। इसके तहत गढ़वासीटोला के री-डेवलपमेंट कार्य, गोदौलिया चौराहे से लेकर शीतला घाट तक दोनों तरफ स्थित भवनों के बाहरी सतह पर फसाड व डिजाइन के कार्य तथा कर्णघंटा तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य हो रहा है। इसका निरीक्षण करने के लिए बुधवार को वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन मौके पर पहुंचीं।
उपाध्यक्ष ने स्थल पर क्यूब टेस्ट की जांच कराई जो संतोषजनक मिला। कार्य स्थल पर न्यूनतम 100 मजदूर लगाकर कार्य की प्रगति को तेज करने के लिए निर्देशित किया। कार्य को तय टाइम-लाइन के अनुसार गुणवत्ता पूर्वक कराने के लिए कहा। गोदौलिया चौराहे से लेकर शीतला घाट तक दोनों तरफ स्थित भवनों के बाहरी सतह पर फसाड व डिजाइन के कार्य हो रहे हैं। उपाध्यक्ष ने स्थल पर गतिमान तालाब की पेंटिंग कार्य का अवलोकन किया गया। कार्य को तय टाइम-लाइन के अनुसार गुणवत्ता पूर्वक कराने के लिए निर्देशित किया। गढ़वासीटोला के री-डेवलपमेंट कार्य की धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कार्य को तय टाइम-लाइन के अनुसार गुणवत्ता पूर्वक कराने का निर्देश दिया। कर्णघंटा तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य का अवलोकन किया। अवशेष कार्यों को प्राथमिकता पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के लिए कहा। उन्होंने 15 दिनों बाद फिर से परियोजनाओं की भौतिक प्रगति की समीक्षा के लिए स्थलीय निरीक्षण करने की चेतावनी दी। अधिशासी अभियंता (निर्माण) नरेंद्र सिंह, सहायक अभियंता (निर्माण) अनिल दुबे, अवर अभियंता (निर्माण) पवन गुप्ता गुप्ता तथा परियोजना से संबंधित ठेकेदार आदि उपस्थित थे।
गृहकर के नाम पर हो रही अवैध वसूली
नगर निगम के कारनामे जग जाहिर हैं। इसमें एक नया अध्याय जुड़ गया। विभाग के कर व राजस्व निरीक्षक निजी आदमी लगाकर गृहकर वसूली करा रहे हैं। इस दौरान अवैध वसूली भी हो रही है। इसका वीडियो बनाकर बुधवार को वायरल किया गया है। नगर निगम के अफसरों से भी शिकायत की गई है। जानकारी होने के बाद विभागीय अफसर सकते में हैं। आरोप है कि आदमपुर जोन के राजस्व निरीक्षक सौरभ सिंह और कर निरीक्षक कैलाश सिंह द्वारा लगातार प्राइवेट व्यक्ति को रख कर वार्डों में अवैध वसूली का कार्य कराया जा रहा है। इसकी शिकायत पूर्व में नगर आयुक्त गौरांग राठी से की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को निजी आदमी जब लोगों के घरों में घुस कर मकान का सर्वे कर रहा था। इस दौरान लोगों से पैसे की डिमांड कर रहा था तो लोगों ने नगर निगम द्वारा जारी आई कार्ड दिखाने को कहा। इस पर पहले उसने आनाकानी की। बाद में कहा कि मेरा नाम हिमांशु है। मुझे सौरभ सिंह और कैलाश सिंह ने प्राइवेट रखा है। इस बाबत मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। यदि मामला सही मिलता है तो संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।