वाराणसी में 201.65 करोड़ खर्च कर पूरा हुआ वरुणा नदी तटीय विकास कार्य, 2016 में रखी गई थी परियोजना की नींव

वरुणा नदी चैनलाइजेशन व तटीय विकास कार्य आखिरकार पूर्ण हो गया। पांच साल पहले सपा शासन में परियोजना की नींव रखी गई थी। वित्तीय वर्ष 2016 -17 में 201.65 करोड़ की परियोजना को स्वीकृति मिली थी। एजेंसी यूपी पीसीएल ने सभी कार्य पूर्ण कराने की बात कही गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 09:10 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 09:10 AM (IST)
वाराणसी में 201.65 करोड़ खर्च कर पूरा हुआ वरुणा नदी तटीय विकास कार्य,  2016 में रखी गई थी परियोजना की नींव
वरुणा नदी चैनलाइजेशन व तटीय विकास कार्य आखिरकार पूर्ण हो गया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। वरुणा नदी चैनलाइजेशन व तटीय विकास कार्य आखिरकार पूर्ण हो गया। पांच साल पहले सपा शासन में परियोजना की नींव रखी गई थी। वित्तीय वर्ष 2016 -17 में 201.65 करोड़ की परियोजना को स्वीकृति मिली थी। परियोजना को पूरा कराने के लिए सिंचाई विभाग की ओर से यूपी पीसीएल के साथ एमओयू 11 मई 2016 को हुआ पर परियोजना पर कार्य एक जुलाई, 2016 से प्रारंभ हुआ। एजेंसी ने 31 जुलाई, 2021 को कार्य पूर्ण कर लेने का दावा करते हुए इसकी जानकारी जिलाधिकारी को दी है।

ये होने थे कार्य

शासन के निर्देश के क्रम में नदी चैनलाइजेशन व तटीय विकास परियोजना तहत नदी के आंतरिक सेक्शन सुधार, दोनों किनारे पर सुदृढ़ीकरण तथा सुंदरीकरण की परियोजना तैयार की गई थी। इसके अंतर्गत नदी के दोनों छोर पर जीओ-टेक्सटाइल, स्वायल स्टेबलाइजेशन करते हुए सुदृढ़ीकरण एवं ग्राम टर्फिंग के साथ ही फुटपाथ बनाने, रेलिंग एवं लाइटिंग लगाने का कार्य, पक्के घाट का निर्माण, दोनों किनारे के गंदे नाले को एचडीपीई लाइन पाइप द्वारा वरुणा रेग्युलेटर के डाउन स्ट्रीम में पंपिंग स्टेशन तक पहुंचाने का कार्य शामिल था। एजेंसी यूपी पीसीएल की ओर से जारी पत्र में सभी कार्य पूर्ण कराने की बात कही गई है।

प्रारंभ से लेकर अंत तक विवादों में घिरी रही परियोजना

वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन व तटीय विकास परियोजना प्रारंभ से लेकर अंत विवादों में घिरी रही। निर्माण कार्य प्रारंभ होते ही बाढ़ में बहुत कुछ बर्बाद हो गया। परियोजना पर तमाम सवाल उठे। धांधली के भी आरोप लगे। शासन से लगायत प्रशासन तक के अफसरों की इस पर नजर रही। जांच भी हुई। यहां तक कहा गया है कि यह परियोजना कभी आकार ही नहीं लेगी। फिलहाल जमीन पर बहुत कुछ दिख रहा है।

पूर्ण कार्य का लेखा-जोखा

-चैनलाइजेशन कार्य 10.300 किलोमीटर

-20.600 किलोमीटर तटों के सुदृढ़ीकरण कार्य

-14.000 किमी इंटरसेप्टर पाइप लाइन कार्य

-525 आरएम घाट एवं सीढ़ी का निर्माण

-13.100 किलो फुटपाथ व रेलिंग तथा 240 स्थल पर लाइटिंग

-कनेहरी स्केप एवं मोरवा ड्रेन के पुनरोद्धार का कार्य

-नदी किनारे 4000 पौध का रोपण

-सीवेज पाइप लाइन को चौकाघाट स्थित एसपीएस से जोडऩे का अतिरिक्त कार्य

अब शुरू होगा अगले चरण का कार्य

वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि वरुणा कारिडोर के दो चरणों का कार्य पूरा हो चुका है। अब तक तीसरे चरण का कार्य शुरू होगा। पुराना पुल से गंगा वरुणा संगम स्थल सरायमोहाना तक का कार्य पूरा होगा।

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